अब नक्सली अर्धसैनिक बलों के हथियार नहीं लूट सकेंगे , हथियारों में लगेंगे बायॉमीट्रिक सिस्टम !!!

(Pi Bureau)

 

नई दिल्ली : गृह मंत्रालय ने सोमवार को नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री और सुरक्षा एजेंसियों के सम्मलेन को संबोधित करते हुये कहा कि अब नक्सली हिंसा से प्रभावित राज्यों में तैनात बीएसएफ और सीआरपीएफ जैसे अर्धसैनिक बलों के हथियारों में अब उच्च तकनीक युक्त ट्रैकिंग और बायॉमीट्रिक सिस्टम से युक्त होगे, जिसके चलते लूट की दशा में उनको आसानी से ट्रैक किया जा सकता है । इससे उनके छुपे होने वाले इलाको की भी जानकारी आसानी से मिल सकेगी ।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह राज्यों के मुख्यमंत्री और सुरक्षा एजेंसियों के अफसरों को संबोधित करते हुये कहा कि नक्सली संगठन आम तौर पर सुरक्षाबलों से लूटे हथियारों का ही इस्तेमाल करते हैं। इसे रोकने के लिये जवानों को बायॉमीट्रिक और ट्रैकिंग सिस्टम युक्त स्मार्ट गन मुहैया कराना करागर विकल्प साबित होगा। उन्होंने कहा कि हथियारों में लगे ट्रैकर की मदद से लूटे गए हथियारों के साथ नक्सली गुटों की भी निशानदेही की जा सकेगी।

इसके अलावा उन्होंने ने बताया कि जवानों के जूतों और बुलेटप्रूफ जैकेट में भी जीपीएस युक्त ट्रैकर लगाया जायेगा । जिसके चलते जवानों की जानकारी मिलती रहेगी । उन्होंने नक्सलियों द्वारा बारुदी सुरंगों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले जिलेटिन और अन्य विस्फोटक सामग्री को विशिष्ट पहचान नंबर देने का भी सुझाव दिया। जिससे इनके दुरपयोग को रोका जा सके।

बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नक्सलियों के सरेंडर करने में हो रही वृधि पर संतोष जताया और कहा कि आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों से इतनी जानकारी जुटा ली जाये जिससे उनके खात्मे में मदद मिले  । इसके अलावा उन्होंने नक्सलरोधी अभियानों की कामयाबी के लिए खुफिया तंत्र को राज्य की एजेंसियों और स्थानीय स्तर पर मजबूत बनाने की जरूरत पर बल दिया।

 

 

 

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