(Pi Bureau)
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने संसद का सत्र न चलने पर भी मिलने वाला भत्ता नेशनल डिफेन्स फंड कारगिल में दान करने की घोषणा की है |
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बताया कि संसद का सत्र 23 दिन नही चला इन दिनों का मिलने वाला भत्ता 46 हजार रुपया बनता है | ये धनराशि जनता की मेहनत की कमाई है इसलिय “काम नहीं, तो भत्ता नहीं’ का नियम जब तक नही बनता है | मिलने वाले हजारों रूपये के भत्तों को नेशनल डिफेन्स फंड कारगिल में जमा करेंगे | इस बार से ही पार्टी के तीनों राज्यसभा सांसद 50-50 हजार रुपया कारगिल फंड में जमा करेंगे |
सांसद संजय सिंह ने 07 मार्च को 2018 को पत्र सौपकर सभापति से मांग की थी कि जिस दिन सदन न चले या सदन में जबरन व्यवधान डालकर कार्यवाही को ठप कर दिया जाये उस स्थिति में मिलने वाले भत्तों को न दिया जाये | जिस पर केंद्र सरकार और कांग्रेस ने भी सांसद संजय सिंह का समर्थन किया था और सरकार के तमाम सांसदों ने सदन न चलने पर भत्ता न लेने की भी घोषणा की थी | इसके बाबजूद अभी तक “काम नहीं, तो भत्ता नहीं’ का नियम नही बन पाया है और न ही जिन भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने भत्ता न लेने के लिए बड़ी-बड़ी बातें की थी उन्होंने भत्ता लेने से इंकार किया है और न ही अभी तक समाज सेवा, देशहित में उस भत्ते को देने की बात कही है | भाजपा और कांग्रेस की कथनी और करनी में इस तरह के बड़े फर्क देश के लिए निराशाजनक और दुर्भाग्यपूर्ण हैं |
उन्होंने कहा कि किसानों, छात्रों और आम आदमी का भरोषा होता है कि सदन में उनके मुद्दों पर चर्चा हो और समस्याओं का समाधान होगा | जनता अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई में से सरकार को टैक्स देती है जिससे मंत्री, सासदों को वेतन, भत्ता मिलता है इसलिय जिस दिन सदन की कार्यवाही न हो उस दिन किसी भी जनप्रतिनिधि को भत्ता लेने का हक नहीं बनता है |
सांसद संजय सिंह ने इस मसले पर प्रधानमन्त्री मोदी भी कटाक्ष करते हुए कहा कि नोटबंदी के दौरान देशहित के नाम पर जनता को बैकों के बाहर लाइन में खड़ा कर दिया था, क्या मोदी जी सदन न चलने पर अपना भत्ता न लेकर देश हित में लगाने का काम करेंगे |
प्रदेश सचिव सुधीर भारद्वाज ने इस मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या प्रधानमन्त्री मोदी और सभी सांसद, आप नेता राज्यसभा सांसद संजय सिंह एवं आम आदमी पार्टी के सांसदों की इस पहल का अनुसरण करेंगे या सिर्फ इस मसले पर भी की गई भाजपा नेताओं की बयानबाजी कोरी जुमलेबाजी ही साबित होगी |