कुंभ से पहले दिल्ली में संतों की अहम बैठक, केंद्रीय मंत्री भी होंगे शामिल

 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का गरमा गया है। राम मंदिर निर्माण को लेकर शुरू हुई राजनीतिक दलों की खींचतान के बीच दिल्ली में शनिवार से दो दिवसीय साधु-संतों की बैठक दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शुरू हो रही है, जिसका नाम ‘धर्मादेश’ रखा गया है।

तालकटोरा स्टेडियम में देश भर के तकरीबन तीन हजार साधु-संत जुटेंगे। इस बैठक में हिंदू धर्म के सभी 125 संप्रदायों के संत हिस्सा ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली में साधु-संतों का इस तरह का जमावड़ा प्रयागराज कुंभ से पहले सबसे बड़ा होने वाला है। इसमें बड़ी संख्या में साधु संत पहुंचेंगे। 

अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रनन्द सरस्वती के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने संतो को निराश किया है। ऐसे में कोई बड़ा फैसला जरूर होगा। संतों की इस बैठक को ‘धर्मादेश’ नाम दिया गया है जिसका अर्थ है धर्म का आदेश, दो दिनों की इस बैठक में तीन सत्र होंगे।

वहीं, बैठक के दूसरे सत्र में धर्मांतरण के नए नए तरीके अपना रही मिशनरियों पर वक्ता अपनी बात रखेंगे। 4 नवंबर श्रीश्री रविशंकर सहित तमाम बड़े संत और शंकराचार्य सबरीमाला पर व्यख्यान देंगे और राम मंदिर पर प्रस्ताव भी रखा जाएगा। 

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