(Pi Bureau)
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि लखनऊ के कार्यक्रम में भाग लेने वालों के लिए योगामैट, टीशर्ट और नाश्ते की भी व्यवस्था होगी। कार्यक्रम में शामिल होने वालों का पंजीयन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में शिक्षण संस्थाओं और सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। लखनऊ के सार्वजनिक स्थलों और पाकरें में एलईडी स्क्रीन लगाकर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कराया जाएगा, ताकि दूसरे स्थलों पर भी लोग योग कर सकें। कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को 28 दिन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
सीएम व केन्द्रीय गृहमंत्री की बैठक में हुआ फैसलाकार्यक्रम स्थल पर होगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्थाकार्यक्रम में भाग लेने वालों के लिए होगी नि:शुल्क यातायात की व्यवस्थासभी जिला मुख्यालयों, तहसीलों व विकास खण्ड स्तर पर भी होंगे कार्यक्रम
द सहारा न्यूज ब्यूरोलखनऊ।21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रस्तावित योग कार्यक्रम राजधानी के रमाबाई अम्बेडकर मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी भाग लेंगे।रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बीच यहां हुई बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक में केन्द्रीय आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद येसो नाईक भी मौजूद थे। इस दौरान योग कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर गहन मंतण्रा हुई। बैठक में स्मृति उपवन स्थल के बारे में भी र्चचा हुई, लेकिन अन्तत: रमाबाई अम्बेडकर मैदान के नाम पर दोनों नेताओं ने मुहर लगा दी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के साथ 55 हजार से अधिक लोग भाग लेंगे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के भाग लेने से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर लखनऊ के साथ ही राज्य के सभी जिला, तहसील और विकास खंड मुख्यालयों के साथ ही सार्वजनिक स्थानों, विद्यालयों और पाकरें में भी योग के कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इस कार्यक्रम में सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करायी जाएगी। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने वालों के लिए नि:शुल्क यातायात की व्यवस्था की जाएगी। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ की मान्यता के बाद यह तीसरा अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस होगा। पहला दिल्ली में आयोजित हुआ था।
लखनऊ। सीएम आवास पर योग दिवस की तैयारियों से संबंधित संयुक्त समन्वय बैठक में भाग लेते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा।