(Pi Bureau)
नई दिल्ली : UPA सरकार ने 2004 में पाकिस्तान के वकील खावर कुरैशी को दाभोल पॉवर प्रोजेक्ट मामले ICJ में भारतीय पक्ष रखने के लिए हायर किया था . बता दें यही पाकिस्तानी वकील कुलभूषण जाधव मामले में पकिस्तान का पक्ष रख रहा था , जिसने उस मामले में मुंह की खायी थी . ज्ञात हो खावर की लचर पैरवी के चलते ICJ ने पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा दी गयी फांसी पर रोक लगा दी है , जिसके चलते पकिस्तान में उनकी खूब किरकिरी हो रही है .
खावर कुरेशी 2004 में भारत की तरफ से दाभोल परियोजना वाला भी केस हारे थे,और अभी जाधव केस में पाक की तरफ से भी केस हारे।
सवाल ये उठता है कि 2004 में भी पाक से भारत से रिश्ते खराब होने के बावजूद और भारत में उनसे बेहतर वकील उपलब्ध होने के बाद भी UPA सरकार ने पाक का वकील ही क्यो लिया, क्या भारत मे कोई एक भी वकील इस योग्य नही था जो ICJ में भारत का पक्ष रखता।
बताते चले दाभोल परियोजना मामले में अमरीकी कंपनी ने एनरोंन नें भारत सरकार पर 6 बिलियन यूएसडी डॉलर के मुआवजे का केस ठोंका था. वहीं दूसरी तरफ से पक्षकार थे न्यूयॉर्क लॉ फर्म के वकील सिमसन थैचर और बर्लेट
सवाल उठने पर कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु संघवी कांग्रेस का पक्ष रखते हुये कहा कि खावर कुरैशी एक स्वतंत्र प्रोफेशनल वकील है , पाकिस्तान ने भी कई मामलो में ICJ में भारतीय वकीलों को अपना पक्ष रखने के लिए अनुबंधित किया था .