चाऊमीन और मोमोज फैला रहे एलर्जी : एक वैज्ञानिक सर्वे !!!

(Pi Bureau)

 

लखनऊ : शहर बाजारों में कुकुरमुत्तो की तरह उग आये चाऊमीन, मोमोज व पत्तागोभी से तैयार फास्ट फूड एलर्जी फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उप्र के संयुक्त निदेशक डा. एसएम प्रसाद ने बताया कि फील्ड सव्रे के दौरान पाया गया कि बाजारों खासकर ठेलों और छोटी दुकानों पर चाऊमीन, मोमोज व बर्गर आदि में घटिया पत्ता गोभी का इस्तेमाल किया जा रहा है। गर्मी के दिनों में फंगस और बैक्टीरिया वाले खराब पत्ता गोभी का इस्तेमाल किया जाता है। यही नहीं पत्तागोभी में इसके पत्ते के रंग वाला हरे रंग का कीड़ा मोथ पाया जाता है। हरे रंग का होने की वजह से जल्दी यह दिखायी नहीं देता है और यह शरीर में जाकर नुकसान करता है। इसके साथ ही इसमें एस्केरिस और कैटर पिलर भी पाया जाता है। कुछ न दिखने वाले भी माइक्रोब्स होते हैं, जो पत्ते पर चिपके रहते हैं। बाजार में प्राय: अच्छी प्रकार से इसे धोया नहीं जाता है। नतीजा यह है कि यह कीड़े, बैक्टीरिया और माइक्रोब्स खाद्य पदार्थ शरीर में जाकर नुकसान पहुंचाते हैं। इसमें सिरका भी असली इस्तेमाल नहीं होता है। चाऊमीन को भूरा बनाने के लिए केमिकल युक्त रंगीन सिरका का इस्तेमाल किया जाता है। डा. प्रसाद ने बताया कि इससे प्रभावित होने पर त्वचा पर सफेद व लाल दाने व खुजली होने लगती है। इसके साथ ही पेट खराब, उल्टी दस्त हो सकता है। इससे मन घबराना, चक्कर आना और यहां तक कि बेहोशी भी हो सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सम्बंधित विभाग को भी समय-समय पर ऐसे खाद्य पदार्थो की जांच करनी चाहिए, ताकि घटिया खाद्यान्न से लोगों को बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि पत्तागोभी का एक-एक पत्ता उतारकर काटना चाहिए। इसके साथ ही इसे अच्छी तरह से साफ करना चाहिए।

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