कारोबारी विजय माल्या ने बैंकों को 100 प्रतिशत कर्ज चुकाने की पेशकश की है. विजय माल्या ने बुधवार को कई ट्वीट किए और कहा कि वह बैंकों से लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए तैयार हैं. हालांकि माल्या ने कहा कि वह मूलधन चुकाने के लिए तैयार हैं लेकिन व्याज नहीं दे सकते. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मीडिया और भारत के नेताओं ने उनके साथ पक्षपात किया.
विजय माल्या ने ट्वीट किया, महंगे एटीएफ की वजह से एयरलाइंस आर्थिक तंगी का सामना कर रही हैं. किंगफिशर भी इसकी चपेट में आई थी जब क्रूड ऑयल के दाम 140 प्रति बैरल पहुंच गए थे. एयलाइंस को घाटा हुआ और बैंकों से लिया पैसा इसी मद में खर्च हुआ. मैं100 प्रतिशत मूल राशि देने को तैयार हूं. कृपया इसे स्वीकार करें.
माल्या ने एक और ट्वीट किया, पिछले तीन दशकों हमने सबसे बड़े शराब समूह को चलाया और सरकारी खजाने में करोड़ों रुपए दिए. किंगफिशर एयरलाइन्स ने भी सरकार को भरपूर पेमेंट किया. लेकिन इस एयरलाइंस का दुखद अंत हुआ. फिर भी मैं बैंकों का भुगतान करना चाहता हूं जिससे उन्हें कोई घाटा न हो. कृपया इस ऑफर को स्वीकार करें.
विजय माल्या ने एक और ट्वीट किया, उन्होंने कहा कि उनके फैसले को लेकर मीडिया में एक नरेटिव तैयार किया जा रहा है. हालांकि यह अलग मामला है और हम कानूनी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि सबसे जरूरी है पब्लिक का पैसा और मैं इसे 100 प्रतिशत चुकाने को तैयार हूं. मैं आग्रह करता हूं बैंक और सरकार इस पैसे को स्वीकार करे.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सुनवाई के दौरान उद्योगपति विजय माल्या के वकील ने कहा कि सामान्य परिस्थितियों में उनके क्लाइंट देश से बाहर गए, संदिग्ध परिस्थितियों में नहीं. मनी लांड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की उस याचिका पर सुनवाई कर रही है जिसमें माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी (एफईओ) कानून के तहत भगोड़ा घोषित करने की अपील की गई है. न्यायाधीश एम एस अज्मी के समक्ष अपनी दलील रखते हुए माल्या के वकील अमित देसाई ने कहा कि उनके मुवक्किल प्रवासी भारतीय (एनआरआई) है और उनका स्थायी पता लंदन का है. उनका देश के साथ विदेश में भी अच्छा खासा कारोबार है.
माल्या पर ईडी ने 9,000 करोड़ रुपये का ऋण नहीं चुकाने का आरोप लगाया है. इसके अलावा उन पर कुछ कर्ज को इधर उधर करने का भी आरोप है. देसाई ने ईडी की अपील का विरोध करते हुए कहा कि माल्या ने उनकी कंपनियों को दिए गए कर्ज के मामले में ऋण वसूली न्यायाधिकरण का पूरा सहयोग किया है. देसाई ने कहा कि माल्या 2 मार्च 2016 को जर्मनी होते हुए लंदन गए. वहां वह वर्ल्ड मोटरस्पोर्ट्स सम्मेलन में निदेशक के रूप में शामिल हुए. देसाई ने बताया कि माल्या फॉर्मूला वन टीम फोर्स इंडिया के मालिकों में से एक हैं. जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि माल्या संदिग्ध परिस्थितियों में देश छोड़कर गए हैं.