(Pi Bureau)
नई दिल्ली : घाटी में अलगावादियों को मिलने वाली पाकिस्तानी फंडिंग की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी आज श्रीनगर पहुंची । जाँच दल ने वहां पहुंचते ही तीन अलगाववादी नेताओं फारूक अहमद, तहरीक ए हुर्रियत के गाजी जावेद बाबा और नईम खान को समन जारी कर पेश होने को कहा है। उधर प्रशासन ने घाटी में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े द्वारा बुलाई गई ‘मजलिस ए शूरा’ की आपात बैठक पर रोक लगा दी है।
जांच एजेंसी ने हुर्रियत की फंडिंग की जांच शुरू कर दी है। एनआईए इस जांच में लश्कर-ए-तैयबा के अध्यक्ष हाफिज सईद और कट्टरपंथी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की भूमिका की भी जांच कर रही है। इस बारे में हुर्रियत के प्रवक्ता एजाज अकबर ने बताया कि एनआईए ने इस मामले में गिलानी या किसी अन्य नेता से कोई संपर्क नहीं किया है। गौरतलब है कि नईम खान ने एक निजी टीवी चैनल की ओर से दिखाए पर स्टिंग ऑपरेशन में कैमरा पर पैसा के बदले हिंसा भड़काने की बात स्वीकारते हुए देखा गया था।
इस बीच अधिकारियों ने श्रीनगर के तीन पुलिस थाना क्षेत्रों नोहट्टा, एमआर गुंज और सफकदल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती तौर पर लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के हफ्ता-ए-शहादत कार्यक्रम के कारण ये प्रतिबंध लगाए गए।