दिल्ली में चल रही सियासी उठापटक के बीच लोकसभा चुनाव-2019 को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो दक्षिणी दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी राघव चढ्डा खासी पकड़ बना चुके हैं। वह अपने मिलनसार व्यवहार के चलते हर वर्ग के लोगों में पहुंच बना रहे हैं। इस तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस से गठबंधन होने की स्थिति में भी पार्टी यहां से राघव चढ्डा पर ही दांव लगाएगी। बताया जाता है कि पिछले छह माह से पार्टी की अन्य गतिविधियों के साथ-साथ साथ चढ्डा दक्षिणी दिल्ली सीट पर पूरा फोकस कर रहे हैं।
निकाली थी स्वाभिमान यात्रा
गत दिनों वह उस दौरान भी खासी चर्चा में आ गए थे, जब उन्होंने उत्तर भारतीयों के लिए स्वाभिमान यात्रा निकाली। इसका मकसद दिल्ली में रह रहे पूर्वाचल के लोगों को सम्मान दिलाना था, क्योंकि इससे कुछ दिन पहले ही दक्षिणी दिल्ली के एक कद्दावर भाजपा नेता ने अपनी ही पार्टी के एक पूर्वाचली नेता को अपशब्द कह मारपीट की थी। इस मामले में एफआइआर भी मुश्किल से दर्ज हो पाई थी।
मतदाता सूची का उठाया मुद्दा
इसके अलावा दिल्ली में मतदाता सूची में पूर्वाचल, मुस्लिम और वैश्य समाज के लोगों के वोट काटे जाने का मुद्दा भी इन्होंने ही उठाया था। यह बात भी सामने लाई कि चुनाव आयोग के पास मतदाता सूची को लेकर सही जानकारी नहीं है।
पानी की समस्या पर बुलंद की आवाज
उन्होंने दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में पानी की समस्या भी काफी हद तक दूर कराई है। ऐसे में जबकि दूसरे दल अभी तक अपना प्रत्याशी भी तय नहीं कर सके हैं वहीं राघव चढ्डा क्षेत्र में बढ़त बना चुके हैं। माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी इस सीट को लेकर काफी गंभीर है।