भीम आर्मी का बसपा से कोई लेना देना नहीं , भाजपा आगे कर रही है !!!

(Pi Bureau)

 

नई दिल्ली : जातीय हिंसा में सुलग रहा सहारनपुर और चर्चा में आई भीम आर्मी पर आज खुलकर भड़ास निकली बसपा सुप्रीमो मायावती ने । बसपा पर बीते लोकसभा चुनावो के बाद से आरोपों और विपत्तियों का पहाड़ सा टूट पड़ा है । इस्सी बीच आज बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली में भीम आर्मी को भाजपा का प्रोडक्ट बताते हुये उसकी गतिविधियों से पार्टी को अलग कर लिया । उन्होंने आरोप लगाया कि भीम आर्मी भाजपा के इशारे पर काम कर रही है । बीएसपी और मायावती के भाई आनंद कुमार के साथ जुड़ाव के आरोपों पर सफाई देते हुए मायावती ने कहा, ‘मेरे भाई और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भीम आर्मी से कोई कनेक्शन नहीं है। हमारी पार्टी आरोपों की निंदा करती है। सहारानपुर में बीएसपी के लोगों का मानना है कि भीम आर्मी पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी का ही प्रॉडक्ट है।’

 

बताते चले , सहारनपुर की हालिया हिंसा के बाद एक खुफिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है कि बीएसपी भीम आर्मी को समर्थन दे रही है। ख़ुफ़िया रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएसपी के नैशनल वाइस प्रेजिडेंट और मायावती के भाई आनंद कुमार इस संगठन को फंड मुहैया करा रहे हैं। उस रिपोर्ट के मुताबिक भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर के बारे में भी बताया गया है। चंद्रशेखर पेशे से वकील हैं। सहारनपुर अब भी हिंसा की चपेट में है और भीम आर्मी राज्य पुलिस के सामने चुनौती बनी हुई है। प्रमुख सचिव देबाशीश पांडा और डीजीपी सुलखान सिंह के दौरे के बावजूद स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं है।

 

मंगलवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती के सहारनपुर का दौरा करके बाद बड़गांव क्षेत्र में दोबारा जातीय हिंसा भड़क गई। यह हिंसा धीरे-धीरे कई गांवों तक पहुंच गई, जहां आज भी स्थिति तनावपूर्ण है। बढ़ती हिंसा के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित है। हिंसा फिर भड़कने से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी को तलब कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद प्रदेश के सभी डीएम, एसएसपी को अलर्ट पर रहने के निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि जातीय रैलियों, धरना प्रदर्शन और आंदोलन की किसी भी कीमत पर इजाजत नहीं दी जाए।

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