क्या कहा, पेट्रोल बिकेगा 30 रुपये प्रति लीटर की दर से ???

(Pi Bureau)

 

नई दिल्ली : रोज दामो में उठापटक के चलते चर्चा और गुस्से का कारण रहने वाला “ब्लैक गोल्ड “ पेट्रोल डीजल , 5 सालो बाद ३० रुपये या उससे भी कम दर से बाज़ार में उपलब्ध होगा।एक नई तकनीक के आविष्कार और उभार के चलते लोगो की पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम होगी जिसके चलते उसके दामो में तेजी से गिरावट होगी और प्रदुषण में भी कमी आयेगी ।इस तकनीक को फिलहाल अमरीका में तैयार किया गया है , इसी के प्रचलन बढ़ने से पेट्रोल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिलेगी। अमेरिका के फ्यूचरिस्ट टोनी सेबा ने यह दावा किया है। यह टोनी वही है जिन्होंने सौर्य उर्जा को लेकर भविष्यवाणी की थी , उसके बाद से ही सोलर पावर की मांग में तेजी से इजाफा हुआ था। भारत में आज गाँव जवार में रात में हो बिजली जल रही है यह इन्ही टोनी की भविष्यवाणी थी जो काफी हद तक सही साबित हुई है, जिस दौर में टोनी ने सोलर पावर की मांग बढ़ने का दावा किया था, उस वक्त आज की तुलना में कीमतें 10 गुना थीं।

 

 

अमरीका के सिलिकॉन वैली के इंटरप्रेन्योर टोनी सेबा इंटरप्रेनोयरशिप और क्लीन एनर्जी मामलों के अनुदेशक भी है । सोलर एनर्जी को लेकर टोनी की भविष्यवाणी सही साबित हुई, क्या पेट्रोल के मामले में भी ऐसा होगा। इस पर विश्वास करना फिलहाल थोड़ा मुश्किल लगता है, लेकिन उनकी ओर से दिए गए आंकड़े कुछ विश्वास जरूर जगाते हैं। टोनी के अनुसार सेल्फ ड्राइव कारों की तेजी से बढ़ती मांग के चलते ऑइल की डिमांड में जोरदार गिरावट आएगी और पेट्रोल के दाम 25 रुपये प्रति बैरल तक गिर सकते हैं।

 

एक चैनल से बातचीत करते हुए टोनी ने कहा, ‘2020-21 में क्रूड ऑइल की मांग अपने उरूज पर होगी । इसके बाद 10 सालो के अंदर तेल उत्पादन का आंकड़ा 100 मिलियन बैरल से 70 मिलियन बैरल तक पहुंच जाएगा। इसके चलते कच्चे तेल की कीमत तेजी से गिरावट आएगी और  वह 25 डॉलर प्रति बैरल तक आ जाएगी।’ इसके अलावा उस समय तक लोग परंपरागत  पेट्रोल डीजल के वाहन को दरकिनार करने इलेक्ट्रिक वाहनो तरजीह देंगे , हलाकि परंपरागत वाहन चलन से बाहर नहीं होंगे  । ये इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने में भी सस्ते होंगे और इन्हें चलाना भी आसान होगा।

 

 

 

आपको बता दें कि इससे पहले टोनी सेबा ने कहा था कि 2030 तक 95 पर्सेंट लोग निजी तौर पर कार रखना बंद कर देंगे और इससे ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का ही सफाया हो जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया था कि इलेक्ट्रिक कार इंडस्ट्री ग्लोबल ऑइल इंडस्ट्री को तबाह कर देगी। गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने भी पिछले दिनों कहा था कि हम 2030 तक भारत में पूरी तरह इलेक्ट्रिक कारों के ही संचालन पर विचार कर रहे हैं। यानी 15 साल बाद देश में डीजल और पेट्रोल कारों की बिक्री ही बंद हो जाएगी।

About Politics Insight