बिपिन रावत का बयान : भाजपा , कांग्रेस का समर्थन , माकपा ने किया विरोध !!!

(Pi Bureau)

 

नई दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए मानव ढाल का इस्तेमाल करने को सही ठहराने और ऐसे हालात में नए तरीके ईजाद करने संबंधी बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने जनरल रावत के बयान को सेना में नैतिक मूल्यों का क्षरण बताया है, जबकि भाजपा और कांग्रेस ने इसका समर्थन करते हुए कहा है कि आतंकवाद से निपटने के लिए सेना को खुली छूट मिलनी चाहिए।मोहम्मद सलीम ने सोमवार को एक टीवी चैनल से कहा कि वह सेना प्रमुख के बयान से इत्तेफाक नहीं रखते। उन्होंने कहा कि यह उस भारतीय सेना की आवाज और सोच नहीं हो सकती, जिसे वह बचपन से देखते आए हैं। एक भारतीय होने के नाते वह ऐसी बातों का कतई समर्थन नहीं कर सकते, जो जनरल रावत ने कही है। इस बीच, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने जनरल रावत के बयान का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि अगर कोई सैनिकों पर पत्थर मारे तो क्या उन्हें चुपचाप खड़ा रहना चाहिए। ऐसी स्थितियों से निबटने के बारे में सेना प्रमुख ने जो बयान दिया है वह उससे पूरी तरह सहमत हैं। कांग्रेस नेता पीएल पूनिया ने भी इस मसले पर सेना प्रमुख का समर्थन करते हुए कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए सेना को खुली छूट मिलनी चाहिए इसमें किसी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।

 

क्या था जनरल बयान :

जनरल रावत ने रविवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने के लिए पत्थरबाज को मानवीय ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने का बचाव करते हुए कहा था कि राज्य में जो घृणित युद्ध चल रहा है उसके लिए सेना को नए तरीके इस्तेमाल करने होंगे। सैनिक अधिकारी मेजर गोगोई को इसलिए सम्मानित किया गया क्योंकि बेहद मुश्किल हालात में काम कर रहे युवा सैन्य अधिकारियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए ऐसा करना जरूरी था।

 

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