भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने करीब 5,740 करोड़ रुपये की बकाया राशि वसूलने के लिए विभिन्न सकंटग्रस्त (एनपीए) खातों को बिक्री के लिए रखा है. देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने 4,975 करोड़ रुपये की वसूली के लिए संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी) और वित्तीय संस्थानों से बोली आमंत्रित की है. बैंक द्वारा बिक्री के लिए रखे गए खातों में बड़ी संख्या में छोटे एवं मंझोले उद्यमों (एसएमई) के खाते हैं, उन पर कुल 4,667 करोड़ रुपये का बकाया है.
वेबसाइट पर डाले गये निविदा दस्तावेज के मुताबिक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स 13 खातों की बिक्री करना चाहता है, इनमें कुल 764.44 करोड़ रुपये का बकाया है. स्टेट बैंक ने 281 एसएमई खातों को बिक्री के लिए रखा है. ये खाते उन कंपनियों से जुड़े हैं जिन पर 50 करोड़ रुपये तक का बकाया है. इन कंपनियों पर कुल बकाया 4,666.50 करोड़ रुपये है.
एसबीआई ने नीलामी नोटिस में कहा, “नियामकीय दिशा-निर्देश के अनुरूप वित्तीय संपत्ति की बिक्री को लेकर बैंक की नीति के तहत हम इन खातों को संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी)/ बैंक/ एनबीएफसी/ वित्तीय संस्थानों के समक्ष रखेंगे.”
इसके अलावा, एसबीआई तीन अन्य खातों की भी बिक्री करेगा. इनमें डेनिस स्टील्स प्राइवेट लिमिडेट (258.73 करोड़ रुपये), शिवा स्पेश्यिलिटी यार्न (37.90 करोड़ रुपये) और बंसीधर स्पीनिंग एंड वीविंग्स मिल्स लिमिटेड (11.73 करोड़ रुपये) शामिल हैं. एसबीआई खातों के लिए ई-बोली 27 फरवरी को होगी जबकि ओबीसी की ई-बोली 25 फरवरी को प्रस्तावित है.