(Pi Bureau)
रूस ने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह तथा परमाणु हथियार अप्रसार की अन्य व्यवस्था में इसकी सदस्यता के अपने पुरजोर समर्थन की बात को दिहराया । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सालाना द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों ने ब्रिक्स, डब्ल्यूटीओ, जी 20 और शंघाई सहयोग संगठन तथा रूस-भारत-चीन सहयोग जैसे बहुपक्षीय मंचों पर अपना सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया। मोदी-पुतिन वार्ता के बाद जारी एक दृष्टि पत्र में कहा गया है, विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी के प्रति अपने पुरजोर समर्थन को रूस दोहराता है। रूस ने 48 सदस्यीय एनएसजी में भारत के प्रवेश की कोशिश का समर्थन करते हुए कहा कि वह इस बात से सहमत है कि बहुपक्षीय निर्यात नियंतण्रव्यवस्था में भारत की भागीदारी उन्हें बेहतर बनाने में योगदान देगा। आतंकवाद पर सख्ती : भारत और रूस ने बृहस्पतिवार को सभी देशों से अपील की कि आतंकवादियों के सीमा पार आवागमन पर रोक लगाएं और कहा कि आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ‘‘बिना दोहरा मानदंड अपनाए और चुनिंदा’ तरीके से काम किए बगैर सामूहिक रूप से निर्णायक लड़ाई लड़नी होगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच विस्तृत बातचीत के बाद भारत और रूस ने दृष्टि पत्र जारी किया जिसमें आतंकवाद से लड़ने का संकल्प जताया गया। दोनों देशों ने संयुक्त घोषणा पत्र ‘‘21वीं सदी का दृष्टि पत्र’ में कहा, आतंकवाद के सभी प्रारूपों की हम कड़ी निंदा करते हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि भारत एक सप्ताह में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का औपचारिक रूप से पूर्ण सदस्य बन जाएगा। पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक द्विपक्षीय सम्मेलन में भाग लिया। पुतिन ने कहा, सबसे महत्वपूर्ण चीन हमारे देशों और हमारे लोगों के संबंधों में भरोसा और दोस्ती है। पुतिन ने मोदी से कहा, मुझे इस बात की खुशी है कि आपके साथ द्विक्षीय रिश्तों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के समूचे पहलुओं पर विचार विमर्श कर पाया। जहां तक अंतरराष्ट्रीय सहयोग की बात है, तो मैं एक बात कहना चाहूंगा कि एक सप्ताह में भारत एससीओ का पूर्ण सदस्य बन जाएगा।