लूट का केंद्र बने निजी अस्पताल और नर्सिंग होम , 750 चल रहे है बिना पंजीकरण के !!!

(Pi Bureau)

 

लखनऊ : उत्तर परदेश में योगी शासन बाद भी राजधानी में लगभग 750  निजी क्षेत्र के छोटे बड़े अस्पताल/नर्सिंग होम बिना पंजीकरण के चल रहे है, जबकि सीएमओ कार्यालय में लगभग 600 छोटे -बड़े निजी अस्पताल ही पंजीकरण कराये हुए है। कुछ दिन पहले सीतापुर रोड पर काफी चर्चित निजी अस्पताल को फर्जी चलता पाकर सील कराया गया था। बताया जाता है कि इसके बाद दबाव के चलते अभियान ही बंद हो गया। सीएमओ कार्यालय में प्रतिवर्ष पंजीकरण किये गये निजी क्षेत्र के छोटे -बड़े नर्सिग होम व अस्पतालों का नवीनीकरण किया जाता है। इनमें नये नर्सिग होम, निजी अस्पताल भी होते है जिनका पंजीकरण किया जाता है। कुछ दिन पहले सीएमओ डा. जीएस बाजपेई ने शिकायत के आधार पर सीतापुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल को सील किया था। इस अस्पताल में कैंसर के मरीज सहित अन्य जटिल बीमारियों का इलाज कि या जा रहा था। मौके पर पहुंचे स्वास्य विभाग व जिला प्रशासन की टीम ने पहले मरीजों को दूसरे सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया था। इसके बाद निजी अस्पताल को सील कर दिया था। इसके बाद लगातार कुछ निजी अस्पताल व पैथालॉजी सेंटरों पर कार्रवाई करके सील करने की कार्रवाई की गयी थी। इस बीच सीएमओ ने सभी निजी अस्पताल व नर्सिग होमों से अपील की थी कि सभी पंजीकरण करा ले। इसके अलावा यह भी कहा गया था कि एक डाक्टर अगर कई निजी अस्पताल में जाते है तो उसने जाने की समय की जानकारी भी दर्ज होनी चाहिए और उन्होंने किन मरीजों का इलाज किया इसका भी रिकार्ड निजी अस्पताल या नर्सिंग होम में दर्ज होना चाहिए। जांच में गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। बताया जाता है कि लेकिन बाद में छापे की कार्रवाई के दौरान स्वास्य विभाग दबाव में आ गया और छापा डालने की कार्रवाई बंद कर दी। बताते चले कि सीएमओ डा. जीएस बाजपेई पहले भी लखनऊ में डिप्टी सीएमओ के पद कर तैनात रहते हुए बिना मानक के चल रहे निजी अस्पताल पर कार्रवाई के लिए जाने जाते है। सीएमओ डा. जीएस बाजपेई का कहना है कि ऐसा नही है कि फर्जी निजी अस्पताल या नर्सिग होम पर कार्रवाई की जाती है। शिकायत के आधार पर तत्काल कार्रवाई की जाती है, लेकिन किसी भी अस्पताल को सील करने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग व अनुमति लेनी पड़ती है। कुछ दिन पहले शिकायत के आधार पर कुछ निजी अस्पताल व पैथालॉजी सील कर दी गयी थी। जल्द फिर अभियान चलाया जाएगा।

About Politics Insight