(Pi Bureau)
भले ही यूपी में अखिलेश यादव सत्ता गँवा चुके हो पर उनका जलवा जलाल अभी भी बरकरार है . ताजे घटे घटनाक्रम में भाजपा शासित व मोदी गृह सूबे गुजरात के छोटा उदयपुर में एक घटना के चलते टीपू अखिलेश यादव एक बार फिर राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में है .
गुजरात के आदिवासी बाहुल्य छोटा उदयपुर के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में तक़रीबन 12,000 स्कूल बैग बांटे गए जिनपर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का फोटो छपा है .
हलाकि , मीडिया में खबर वायरल होने के बाद , राज्य शिक्षा विबाग ने एक जांच बैठा कर इस पूरे प्रकरण पर जानकारी करना चाही है कि कैसे यह बैग गुजरात तक पहुंचे. उधर सपाई इस खबर को सोशल मीडिया में वायरल करके #अखिलेशयादवजिंदाबाद करके उस फोटो को लेकर खूब शेयर कर रहे है .
विद्यालयों में बांटे गए बैग गुजरात में शिक्षा विभाग द्वारा चलाये जा रहे स्कूल इनरोलमेंट ड्राइव के तहत बांटे गए थे जिसपर उस अभियान के स्टीकर के साथ साथ हँसता हुआ अखिलेश का चेहरा भी बना हुआ है .
उक्त बैगो को गुजरात प्रदेश शिक्षा विभाग के “ शाला प्रवेशोत्सव “ अभियान के तहत बांटा जा रहा था . इस अभियान के तहत कक्षा 1 के विद्यार्थियों को विद्यालयों में प्रवेश लेने के लिए उत्साहित करने हेतु हर साल चलाया जाता है.
मामले के तब पकड़ा गया जब वसेडी गाँव की एक शिक्षिका ने इसको पकड़ा. खबरों के मुताबिक जिला पंचायत ने लगभग 12000 ऐसे बैगो को स्कूल में बंटवाने के लिए मंगवाया था. जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी महेश प्रजापति के अनुसार इन बैग को ई टेंडरिंग के जरिये सूरत की एक कंपनी ने सप्लाई किया था.
राज्य शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उक्त मामले में एक जाँच कमेटी बैठा दी गयी है जो पूरे मामले की जाँच करके अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और दोषियों के खिलाग सख्त कार्यवाही की जाएगी .
विपक्षी दल कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण पर जम कर प्रदेश भाजपा सरकार की खिल्ली उड़ाई है और इसको प्रदेश में भ्रस्टाचार का मुद्दा बना कर जोर शोर से उठा रही है . गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता ने पूरे प्रकरण पर बोलते हुये कहा कि “ इस घटना से पता चलता है की भाजपा सरकार शिक्षा जैसे अहम् मुद्दे को लेकर कितना सजग है