(Pi Bureau)
प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टंडन ने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों में ई-हास्पिटल सिस्टम लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 08 मेडिकल कालेजों में इसे प्रायोगिक तौर पर लागू किया जाएगा। उन्होंने लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कालेज में इस व्यवस्था को तुरन्त लागू करने का निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सरकारी सुविधाओं का डिजिटलीकरण करना उत्तर प्रदेश सरकार के संकल्प पत्र में प्रमुखता से शामिल है।
चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय की बैठक में कहा कि ई-हास्पिटल सिस्टम एच0एल0-7 के मानकों पर आधारित है जो कि भारत सरकार के मेघराज क्लाउड पर उपलब्ध है। ई-हास्पिटल सिस्टम लागू होने के बाद मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए लम्बी लाइनों में नहीं खड़ा होना पड़ेगा, मरीज आनलाइन पंजीयन द्वारा पर्चा प्राप्त कर डाक्टरों से सीधे परामर्श प्राप्त कर सकेंगे।
श्री टंडन ने कहा कि ई-हास्पिटल सिस्टम लागू होने के बाद मेडिकल कालेजों में बेडों की उपलब्धता, भर्ती-डिस्चार्ज, जांच रिपोर्ट और बिलिंग की उपलब्धता आनलाइन प्राप्त हो जाएगी। ई-हास्पिटल सिस्टम लागू होने से प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कालेजों में दवाओं के स्टाक आनलाइन हो जाएंगे जिससे आकस्मिक आवश्यकता पर दवाएं तुरन्त एक मेडिकल कालेज से दूसरे कालेज में भेजी जा सकेगी तथा दवाओं एवं मरीजों के रेफर की दशा में उसके मेडिकल सम्बन्धी सभी दस्तावेज एक मेडिकल कालेज से दूसरे मेडिकल कालेज अति शीघ्र उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे उपचार में शीघ्रता आएगी।
चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि ई-हास्पिटल सिस्टम लागू होने से इलेक्ट्रानिक मेडिकल रिपोर्ट मरीजों को आनलाइन प्राप्त हो सकेंगी तथा मेडिकल कालेजों की प्रशासन व्यवस्था पारदर्शी एवं त्वरित प्रतिक्रिया वाली हो जाएगी।
इस कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा डा0 अनिता भटनागर जैन, महानिदेशक डा0 बी0एन0 त्रिपाठी, अपर निदेशक डा0 डी0के0 अनेजा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।