कांग्रेस 7-2-1 के नए फॉर्मूले पर नहीं मानी तो आज आप का होगा अंतिम निर्णय

(Pi Bureau)

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की आखिरी उम्मीद को जिंदा रखते हुए शुक्रवार को अपने प्रत्याशियों से नामांकन नहीं करवाए। दरअसल पार्टी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की हां-ना का इंतजार है। ऐसे में आप ने अब सोमवार को नामांकन दाखिल करने की बात कही है, वहीं गठबंधन का एक नया फॉर्मूला भी दिया है। इसके तहत दिल्ली में आप कांग्रेस के 4-3 के फॉर्मूले पर तभी राजी होगी, जब कांग्रेस हरियाणा में आप व जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए तीन सीटें छोड़ दे। 

आप का का दावा है कि वह रविवार तक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जवाब का इंतजार करेगी। गठबंधन न होने की सूरत में आप के सभी प्रत्याशी सोमवार को नामांकन पत्र  भरेंगे। उधर, कांग्रेस ने अपने पहले के रुख को दोहराते हुए कहा है कि गठबंधन का चैप्टर लगभग बंद है। हरियाणा में समझौते की कोई बातचीत नहीं होगी। दिल्ली में अगर आप 4-3 के फॉर्मूले पर राजी हो जाए तो ही गठबंधन की थोड़ी संभावना बचती है। 

कांग्रेस को आखिरी मौका दे रहे हैं: गोपाल राय
पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि आप देश को भाजपा की तानाशाही से बचाने के लिए कांग्रेस को आखिरी मौका दे रही है। शनिवार को आप के उत्तर पश्चिमी, चांदनी चौक व पूर्वी दिल्ली लोक सभा सीट के उम्मीदवारों को अपना नामांकन करना था, लेकिन पार्टी ने फैसला किया है कि रविवार तक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जवाब का इंतजार करेंगे।

हरियाणा में आप ने एक और सीट छोड़ते हुए सीट शेयरिंग का 7-2-1 का फॉर्मूला सुझाया है। इसमें 7 सीटें कांग्रेस के खाते में जाएंगी, जबकि दो पर जेजेपी व एक पर आप लड़ेगी। इसके बदले आप दिल्ली में कांग्रेस के 4-3 के फॉर्मूले को मानने को तैयार हैं। पार्टी के एक पदाधिकारी का कहना है कि हरियाणा में कांग्रेस पहले इस फॉर्मूले पर तैयार होती नजर आ रही थी, लेकिन हरियाणा प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद का बयान आने के बाद बातचीत बेपटरी हो गई है।

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