(Pi Bureau)
लखनऊ 16 जून। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि प्रदेष के मुख्यमंत्री का बहु प्रचारित वादा गडढे में चला गया है परन्तु प्रदेष की सड़के गडढा मुक्त नहीं हो पायी। आज 63 प्रतिषत सड़के पूरा होने का आकड़ा प्रदेष सरकार द्वारा दिया जा रहा है जोकि सरासर झूठ है। वास्तविकता यह है कि प्रदेष के दूर दराज इलाकों की ओर न देखकर केवल राजधानी के आसपास की सड़कों का ही यदि निरीक्षण कर लिया जाय तो सरकार की पोल खुल जायेगी।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि 15 जून की तारीख प्रदेष की जनता अथवा विपक्ष के किसी नेता ने नहीं निर्धारित की थी और न ही निर्धारित करने की मांग की थी। यह केवल मुख्यमंत्री और भाजपा का बड़बोलापन कहा जायेगा कि पहले स्वयं तारीख तय कर दो और कार्य पूरा न होने पर गलत आकड़ा पेश कर दो। ठीक इसी प्रकार केन्द्र सरकार के प्रधानमंत्री ने भी लोक सभा चुनाव के समय अपनी ओर से विदेषों से कालाधन लाने और प्रत्येक के खाते में 15-15 लाख रूपया भेजने का वायदा किया था जो भी पूरा नहीं हो सका और विदेषों से कालाधन लाना तो दूर रहा अपने देष में एकत्र किये गये कालेधन से एक रूपया भी किसी गरीब के खाते में नहीं दिया गया। केन्द्र और प्रदेश दोनो का ही स्वयं दिया गया 15 का आंकड़ा झूठ का पुलिंदा साबित हुआ।
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेष के किसानों से किये गये वादे को भी सरकार पूरा करने में असमर्थ रही हैं। अब जुलाई में बजट सत्र में किसानों को पुनः धोखा देने के लिए कर्जमाफी का प्रमाण पत्र देने का शगूफा छोड़ रहे हैं जबकि बैंको द्वारा लगातार किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। परिणामस्वरूप उ0प्र0 में भी किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं ताजा उदाहरण जनपद कानपुर और जनपद कौशाम्बी का है। जहां एक एक किसान ने कर्ज तले दबे होने के कारण आत्महत्या को गले लगा लिया और सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। प्रदेष अध्यक्ष ने सभी जनपदों के अध्यक्षों को निर्देषित किया है कि किसानों की समस्याओं के निराकरण हेतु 19 जून को जिला मुख्यालयों पर धरना देकर महामहिम राष्ट्रपति महोदय को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारियों के माध्यम से प्रेषित करें ।