CM केजरीवाल के मंत्री ने मुस्लिम वोटरों को लेकर किया बड़ा खुलासा…

(Pi Bureau)
लोकसभा चुनाव 2019 का बस एक चरण शेष है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां इस कयासबाजी में लगी हैं कि आखिर किस गुणा गणित से वह सत्ता में आ सकती हैं। वहीं कुछ पार्टियां ऐसे बयान दे रही हैं जिससे लगता है कि उन्होंने परिणाम आने से पहले ही अपनी हार मान ली है। ऐसा ही हाल आम आदमी पार्टी का है। दिल्ली सरकार में मंत्री और आप विधायक राजेंद्र पाल गौतम का बयान कुछ इसी ओर इशारा कर रहा है कि आम आदमी पार्टी हार के बहाने ढूंढ रही है।

राजेंद्र पाल ने कहा है कि पहले तो दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन मुस्लिम वोटर ने कंफ्यूजन में वोट डाला, जिसके चलते कुछ वोटरों ने कांग्रेस को वोट दिया है। उनका ये भी आरोप है कि चुनाव से दो दिन पहले गरीब मतदाताओं को पैसे भी बांटे गए जिसने वोटरों का विचार बदलने में अहम भूमिका निभाई।

चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली की सातों सीटों में सबसे ज्यादा उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट पर मतदान हुए थे। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक यहां 63.39 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया था। यहां सबसे ज्यादा 23 फीसदी मुस्लिम आबादी है। इस सीट मनोज तिवारी, शीला दीक्षित और दीलीप पांडेय के बीच मुकाबला है। इस सीट के अलावा चांदनी चौक और लोकसभा सीट पर भी मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में हैं।

यही वजह है कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल लगातार वोट न बंटने की अपील कर आप को वोट देने की बात करते थे। उन्हें आस थी कि भाजपा से नाराज होकर मुस्लिम वोटर उन्हें ही वोट देगा लेकिन प्रियंका गांधी की रैली के बाद माना गया कि मुस्लिम वोटरों ने कांग्रेस को भी वोट दिया। यही वजह है कि अपनी जीत को लेकर आश्वस्त रहने वाली आम आदमी पार्टी अब एक तरह से अपना वोट कांग्रेस को जाने की बात कर रही है।

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