बिहार: गठबंधन में दरार, नीतीश से राजद खफा, धोखा देने का लगाया आरोप/ जदयू में भी बगावती सुर !!!

(Pi Bureau)

 

पटना : रामनाथ कोविंद को नीतीश के समर्थन के बाद महागठबंधन में दरार देखने को मिल रही है। महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद का गुस्सा सातवें आसमान पर है। राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कोई बड़े तोप नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि वो कोई पूरे देश के नेता नहीं हैं। रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि एक-दो के इधर-उधर हो जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवारी को लेकर विपक्ष एनडीए को कड़ी टक्कर देगा।

 

वहीं राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार महागठबंधन को ठेंगा दिखा रहे है और नीतीश का यह फैसला राजद और कांग्रेस के साथ धोखा है। नीतीश कुमार को अगर बीजेपी से दोस्ती निभानी है तो खुलकर कहे हमें क्यों धोखा दे रहे है।

 

राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का समर्थन मिल गया है। दूसरी तरफ, राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने स्पष्ट किया है कि वो गुरुवार को कांग्रेस की तरफ से बुलाई गई विपक्ष की बैठक में जो फैसला होगा, उसे ही मानेंगे। दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार के दो क्षत्रप नीतीश और लालू दो अलग-अलग छोर पर खड़े दिख रहे हैं।

 

उधर भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के राष्ट्रपति प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के मुद्दे पर जनता दल-यू में घमासान मचा हुआ है। एक ओर जहां पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार कोविंद के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं, वहीं शरद यादव समेत पार्टी के दूसरे बड़े नेता विपक्ष के साथ जाने के लिए नीतीश कुमार पर दबाव बना रहे हैं। पार्टी की केरल और गुजरात इकाइयों ने राजग प्रत्याशी को समर्थन पर अपना विरोध जता दिया है। एक तरह से दोनों इकाइयां विद्रोह की स्थिति में नजर आ रही हैं। राष्ट्रपति प्रत्याशी और समर्थन के मुद्दे पर नीतीश कुमार पटना में पार्टी के शीर्षस्थ पांच नेताओं के साथ बैठक का दौर चला रहे हैं। इसमें पूर्व अध्यक्ष और सांसद शरद यादव, राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता केसी त्यागी, वशिष्ठ नारायण सिंह और सीपींिसंह शामिल हैं। इन नेताओं ने पटना में डेरा डाल रखा है। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार के अलावा कोई भी नेता इस बात से सहमत नहीं है कि पार्टी राजग प्रत्याशी को समर्थन करे, लेकिन होगा वही जो नीतीश कुमार चाहेंगे। अंतिम निर्णय तो नीतीश कुमार को ही लेना है। नीतीश ने अपनी मंशा पहले ही साफ कर दी है।

 

 

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