योगी की फ्लीट रोककर काले झंडे दिखने वाले छात्रो को अभी भी जमानत नहीं / काकोरी शहीद स्तम्भ स्थल पर छात्र करेंगे प्रतिरोध सभा !!!

(Pi Bureau)

 

लखनऊ: गत 7 जून से जेल की सलाख़ों के पीछे बंद लखनऊ विश्विद्यालय के छात्रों को आज भी ज़मानत नहीं मिल सकी. सेशन कोर्ट ने नयी तारीख़ 24 जून दी है. 7 जून को पुलिस ने 14 छात्रों को गिरफ़्तार किया था जिनमें से तीन छात्रों को पहले ही ज़मानत मिल गयी थी लेकिन बाक़ी 11 छात्रों को अभी तक ज़मानत नहीं मिल सकी है. इन 11 में से 2 छात्राएं भी हैं.

 

छात्रों की गिरफ़्तारी के विरोध में लगातार छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र अपना प्रदर्शन “दमन विरोधी मोर्चा” के बैनर तले कर रहे हैं.”दमन विरोधी मोर्चा” ने छात्रों की रिहायी को लेकर मशाल जुलूस, ह्यूमन चेन, धरने प्रदर्शन, इत्यादि किये हैं. छात्र आन्दोलन में गिरफ्तार लोगो की रिहाई और परिसर में हो रहे घोटाले , वित्तीय फर्जीवाडा एवं वजीफे पर चल रही आघोषित बंदी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आन्दोलन चल रहा है . इस क्रम में कल शाम लखनऊ स्थित जीपीओ के ऐतिहासिक काकोरी शहीद स्तम्भ स्थल पर शहर के छात्रों , युवाओं , साहित्यकारों, ट्रेड यूनियन कर्मी , दवा प्रतिनिधि , रंगकर्मी , कलाकारों,अधिवक्ताओं, बुध्दिजीवियों व समाज के सभी लोकतंत्र वा अमन पसन्द लोगों मिलकर इस आघोषित तानाशाही के खिलाफ “ प्रतिरोध सभा “ का आयोजन कर रहे है . छात्रो का कहना है कि “ छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन व उत्पीड़न तथा विरोध की  हर आवाज को दबा देने की कोशिश “लोकतंत्र के दरवाजे पर तानाशाही की आहट” है। लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा हेतु आगे आए, मिल बैठकर विचार करे, विरोध को एक स्वर दे और लोकतंत्र विरोधी ताकतों को जबाब दे।

 

 

 

गत 7 जून को लखनऊ विश्विद्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफ़िले को काले झंडे दिखाए थे. मुख्यमंत्री की फ्लीट को इस प्रदर्शन की वजह से लगभग दस मिनट तक रुकना पड़ा था. छात्रों के द्वारा किया गया ये विरोध प्रदर्शन समाजवादी छात्रसभा, एसएफआई , आइसा समेत कई छात्र संघटनों ने मिलकर किया था. छात्रों ने इस दौरान लगातार “भाजपा सरकार मुर्दाबाद”, “योगी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी”, “आवाज़ दो, हम एक हैं” इत्यादि नारे लगाए. इस दौरान पुलिस ने कई छात्रों को बुरी तरह घसीटा और बर्बरता से पिटाई की.

 

विरोध कर रहे छात्रों का कहना था कि यूनिवर्सिटी के फण्ड को योगी सरकार “संघी एजेंडा” मज़बूत करने में इस्तेमाल कर रही है. छात्रों का कहना था कि सरकार छात्रों के पैसे का ग़लत इस्तेमाल कर रही है और हिन्दवी स्वराज्य दिवस प्रोग्राम का आयोजन छात्रों के पैसे से हो रहा है.दलित छात्रों पर हो रहे हमलों को लेकर भी छात्रों में नाराज़गी थी.

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