इस मसौदे को केंद्र सरकार की शक्ति मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ पावर) ने तैयार किया है। जिसे अगस्त माह से लागू भी किया जाएगा। इस मसौदे में किए गए प्रावधानों के कारण बिजली चोरी रोकने में मदद मिलेगी और उपभोक्ताओं को अघोषित बिजली कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उपभोक्ताओं को नहीं देना होगा चोरी हुई बिजली का बिल
अब उपभोक्ताओं से कंपनियां उपयोग की गई बिजली की मात्रा से ज्यादा का बिल नहीं वसूल पाएंगी। अब तक ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन के दौरान हुई बिजली हानि को भी उपभोक्ताओं के खाते में जोड़ दिया जाता है। कंपनियां अब केवल उतनी ही बिजली जोड़ पाएंगी, जितनी की आपूर्ति की गई है।
सभी घरों में लगेंगे स्मार्ट मीटर
नई टैरिफ नीति के प्रावधानों के अनुसार अगले तीन साल में हर घर में बिजली कनेक्शन और स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। ग्राहकों को आसान किस्तों पर स्मार्ट मीटर उपलब्ध कराने की योजना है।