(Pi Bureau)
लखनऊ : जनपद बस्ती मे राष्ट्रवादी प्रताप सेना ‘पार्टीÓ की बैठक शुक्रवार को प्रेस क्लब में पं. कैलाशनाथ शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में रायबरेली के ऊंचाहार के आपटा गांव में 5 सवर्णो के सामूहिक नरसंहार, राजस्थान में फर्जी इनकान्टर मे आनन्द पाल सिंह की सुनियोजित हत्या, सवर्ण समाज की उपेक्षा, उनकी समस्याओं पर विचार किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रवादी प्रताप सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनीत चन्द्र मिश्र ने कहा कि हत्या पर जातिवादी राजनीति राजनीति शर्मनाक है। रायबरेली प्रकरण में पीडि़तों को न्याय दिलाने की जगह जिस प्रकार की बयानबाजी योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने किया है वह चिन्ताजनक और भडकाऊ है। कहा कि स्वामी प्रसाद जैसे लोग वातावरण विषाक्त कर रहे हैं, इन्हें मंत्रिमण्डल से बाहर कर दिया जाना चाहिये। जातिवादी राजनीति और जातिगत आरक्षण ने लोकतंत्र और संविधान की भावनाओं को तार-तार किया है। ऐसे दुष्प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाने की जरूरत है। एसएलएफ के राष्ट्रीय संयोजक दीनदयाल त्रिपाठी ने कहा कि दुनियां में भारत अकेला ऐसा देश है जहां जातिगत कारणों से मेधा का अपमान किया जाता है। कहा कि अब समय आ गया है कि जातिगत आरक्षण को समाप्त किया जाय। यदि केन्द्र की मोदी सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के मंशा के विरूद्ध पदोन्नति में आरक्षण लागू करने का षडय़ंत्र किया तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मांग किया कि रायबरेली प्रकरण की सीबीआई जांच कराते हुये सामूहिक नरसंहार के शिकार लोगों के परिजनों को 50-50 लाख का मुआवजा दिया जाय। अध्यक्षता करते हुये कैलाशनाथ शर्मा ने कहा कि एकजुटता और समरसता के सोच के आधार पर ही देश समृद्ध होगा। विभाजनकारी शक्तियों से सावधान रहने की जरूरत है। बैठक में सुन्दरम त्रिपाठी, प्रवेश शुक्ल, राहुल तिवारी, संजय श्रीवास्तव, जर्नादन सिंह के साथ ही अनेक लोग मौजूद रहे।