(Pi Bureau)
मंदी की मार से जूझती देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने सितंबर में तीन दिन तक अपना प्लांट बंद रखने का फैसला किया है। मारुति ने इन दो दिनों को नो प्रोडक्शन डे मनाने का फैसला किया है। मारुति की बिक्री में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। अगस्त में मारुति की कारों की बिक्री में 35.9 फीसदी की कमी आई है, पिछले महीने मारुति की 94,728 कारों की बिक्री हुई थी।
कम बिक्री के चलते मारुति लगातार अपनी कारों का प्रोडक्शन कम कर रही है। आंकड़ों के मुताबिक मारुति ने ऑल्टो, वैगन आर, सिलेरियो, इग्निस, स्विफ्ट, बलेनो और डिजायर की केवल 80,909 यूनिट्स का ही निर्माण किया, जबकि पिछले साल अगस्त में 1,22,824 यूनिट्स बनाई थीं। वहीं यूटिलिटी व्हीकल्स जैसे विटारा ब्रेजा, अर्टिगा, एस-क्रॉस की भी केवल 15,099 यूनिट्स का निर्माण हुआ, जबकि पिछले साल इसी माह में 23,176 यूनिट्स बनाई गई थीं। इसके अलावा सेडान कार सियाज की केवल 2,285 यूनिट्स ही बनीं, वहीं पिछले साल अगस्त में 6,149 यूनिट्स का प्रोडक्शन हुआ था।
मारुति ने अब यात्री वाहनों के प्रोडक्शन को घटाने का फैसला किया है। मारुति ने एलान किया है कि उसके गुरुग्राम और मानेसर प्लांट आगामी सात और नौ सितंबर को बंद रहेंगे। और इस दिन किसी भी गाड़ी का निर्माण नहीं किया जाएगा। मानेसर प्लांट को पहले भी बंद किया जा चुका है। इस प्लांच की सालाना क्षमता 7,50,000 यूनिट्स की है, वहीं यहां पर अर्टिगा, वैगन-आर, स्विफ्ट, डिजायर और बलेनो कारों का निर्माण किया जाता है।
मारुति ने ये फैसला उत्पादन क्षमता को नियंत्रित करने के लिए लिया है। इसके लिए वह समय समय पर प्लांट्स को बंद करती रही है। अगस्त में, ओणम और गणेश चतुर्थी त्योहारों से ठीक एक महीने पहले, कम से कम तीन दिनों तक शटडाउन हुआ था। ये कटौती मूल आउटपुट शेड्यूल में नहीं थी। वहीं वित्त वर्ष 2019-20 में अब तक, Maruti Suzuki ने उत्पादन में 10% की कटौती की है। इससे पहले मारुति ने अपने 3000 अस्थायी कर्मचारियों की छंटनी करने का कदम उठाया था। वहीं कंपनी पहले गुजरात स्थित प्लांट में भी प्रोडक्शन बंद करने का एलान कर चुकी है।
ऑटोमोबाइल कंपनियों के पास लगभग 5 लाख से ज्यादा पैसेंजर व्हीकल्स स्टॉक में हैं। जून से ही ये वाहन डीलरों के पास बिक्री के लिए खड़े हैं। वहीं इनमें टू-व्हीलर्स की संख्या सबसे ज्यादा है। तकरीबन 30 लाख दोपहिया वाहन स्टॉक में हैं, जिनकी कीमत 2.5 बिलियन डॉलर है। देश की टॉप 10 ऑटो कंपनियों में से 7 ने अपने प्लांट बंद करने का फैसला कर चुकी हैं। मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा ने पहले मई और जून के बीच भी प्लांट बंद किया था। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा था कि आने वाली तिमाही में वह 13 दिनों तक सभी प्लांट में उत्पादन ठप रखेगी।