(Pi Bureau)
अपने पहले ही बजट में लैपटाप वितरण के लिए धन न देने को लेकर आलोचना झेल रही योगी सरकार ने बरेली और वाराणसी को आईटी पार्क का तोहफा दिया है। इसके साथ राजधानी लखनऊ में ईन्क्यूबेटर्स सेंटर के साथ ही एक और आईटी पार्क बनेगा। कल पेश किए गए बजट में प्रदेश सरकार ने इस सेंटर के लिए पांच करोड़ रुपये का आवंटन किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली और वाराणसी में आईटी पार्क की स्थापना के लिए जमीन तलाशने को कहा है।
योगी सरकार का दावा है कि बरेली और वाराणसी में आईटी पाक्र्स की स्थापना हो जाने से इन दोनों जिलों के लगभग 2500 नौजवानों को रजगार मिलेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने वाराणसी में जिला प्रशासन से जल्दी से जल्दी जमीन तलाश कर आईटी पार्क के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ में यूपीडीपीएल की 40 एकड़ जमीन आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग को उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है, जिस पर विभाग देश के सबसे बड़े इन्क्यूबेटर सेंटर के साथ-साथ आईटी पार्क व सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क, स्टेट डाटा सेन्टर-2 की स्थापना करेगा।
मुख्य सचिव राजीव कुमार ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आईटी पार्क के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने बरेली जिले में जेल के अन्यत्र स्थानान्तरित हो जाने की स्थिति में जिला कारागार की रिक्त हुई लगभग 84 एकड़ भूमि की उपयोगिता के सम्बन्ध में एक प्रस्ताव 17 जुलाई तक सम्बन्धित विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस भूमि में से अधिकतम 5 एकड़ भूमि सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क की स्थापना हेतु आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग को आवंटित किए जाने के निर्देश दिये।
राजीव कुमार ने कहा कि प्रदेश के टियर-2 और टियर-3 के शहरों में विकसित आईटी पार्क की स्थापना हो जाने से क्षेत्रीय विकास के साथ-साथ नये उद्यमियों को कारोबार शुरु करने के लिए पर्याप्त अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार के नये अवसर प्राप्त होने के साथ-साथ क्षेत्र विकसित हो जाने से निर्यात तथा सकल घरेलू उत्पाद में भी वृद्धि होगी।