टेलीकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने अपने नेटवर्क से बाहर जाने वाली आउटगोइंग कॉल्स पर रिंग टाइम को घटाकर 25 सेकेंड कर दिया है। रिंग टाइम का आशय कॉल आने के समय फोन पर बजने वाली घंटी से है। आमतौर पर कॉल आने पर फोन की घंटी 40 से 45 सेकेंड तक बजती है लेकिन अब यह केवल 25 सेकेंड तक ही बजेगी। रिलायंस जियो के साथ प्रतिस्पर्धा के चलते एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने रिंगर टाइम घटाने का फैसला किया है।
भारती एयरटेल और वोडफोन आइडिया द्वारा उठाए गए इस कदम का एक मकसद कॉल जुड़े रहने के समय के मुताबिक उसपर लगने वाले इंटरकनेक्ट उपयोग शुल्क (आईयूसी) की लागत घटाना भी है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इंटरकनेक्ट शुल्क मामले में उसके किसी आधिकारिक निर्णय पर पहुंचने से पहले आपस में कड़ी प्रतिस्पर्धा में उलझी दूरसंचार कंपनियों से सर्वसम्मति से किसी समाधान पर पहुंचने के लिए कहा था।
एयरटेल ने ट्राई को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उसने फोन की घंटी बजने की अवधि को 25 सेकेंड तक सीमित करने का निर्णय लिया है। जियो के ऐसा करने के बाद यह फैसला लिया गया है। इससे ग्राहकों को असुविधा हो सकती है। ट्राई की ओर से इस संबंध में कोई स्पष्ट निर्देश ना होने के कारण कंपनी के कोई और विकल्प नहीं बचा है।
वोडाफोन आइडिया ने भी चुनिंदा क्षेत्रों में फोन की घंटी बजने का समय घटाने का फैसला किया है। ट्राई से जुड़े सूत्रों ने बताया कि नियामक 14 अक्टूबर को कॉल किए जाने वाले व्यक्ति के फोन की घंटी बजने की समय-सीमा पर एक खुली चर्चा कराने की योजना बना रहा है।
ट्राई (TRAI) ने आउटगोइंग कॉल की समय सीमा के मामले को निपटाने के लिए सभी दूरसंचार कंपनियों को 14 अक्टूबर के दिन बुलाया है। वही दूसरी तरफ जियो के इस कदम से एयरटेल और वोडाफोन को बहुत नुकसान हुआ हैं। इसके साथ ही एयरटेल और जियो के बीच बयान बाजी देखने को मिली है।