(Pi Bureau)
सोरायसिस एक स्किन संबंधी बीमारी है. इसमें स्किन सेल्स काफी तेजी से बढ़ते हैं. स्किन के उपरी परत पर पपड़ी बन जाती है और छिल भी जाती है, इससे स्किन ड्राई हो जाती है. साथ ही सफेद धब्बे पड़ने शुरु हो जाते हैं. खुजली होने की वजह से स्किन लाल हो जाती है और उसमें घाव बन जाते हैं.
बिग बॉस कंटेस्टेंट रश्मि देसाई भी इस बीमारी से जूझ चुकी हैं.रश्मि ने बताया, “मैं पिछले कुछ समय से कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थी। पिछले साल दिसंबर में मुझे सोरायसिस का पता चला, जो एक तरह का त्वचा रोग है। इसे ठीक होने में काफी समय लगा। कई बार तो ये पूरी तरह ठीक भी नहीं होता है। पिछले 4 महीने से मैं स्टेरॉइड ट्रीटमेंट ले रही थी, जिसके कारण मेरा वजन थोड़ा बढ़ गया है। मुझे पिछले कुछ समय से धूप में जाने के लिए मना किया गया था, क्योंकि धूप में ये समस्या (सोरायसिस) बढ़ जाती है। इसके अलावा स्ट्रेस के कारण भी ये समस्या काफी बढ़ जाती है। इसलिए डॉक्टर्स ने मुझे स्ट्रेस न लेने के लिए कहा। मगर मुझे स्ट्रेस (तनाव या चिंता) तो होना ही था, क्योंकि मैं एक एक्टर हूं और एक्टर के लिए उसका चेहरा ही सबकुछ होता है।”
अब ये बीमारी क्यों होती है और इससे कैसे बचें जानते हैं जानिए इस लेख में-
सोराइसिस को अक्सर स्किन इंफेक्शन या कॉस्मेटिक प्रॉब्लम माना जाता है, जिसका आसानी से इलाज हो सकता है। लेकिन सोराइसिस इसके बिल्कुल उलट है। दरअसल, सोराइसिस रोग तभी होता है जब रोग प्रतिरोधक तंत्र स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है। इससे त्वचा की कई कोशिकाएं बढ़ जाती है, जिससे त्वचा पर सूखे और कड़े चकत्ते बन जाते हैं, क्योंकि त्वचा की कोशिकाएं त्वचा की सतह पर बन जाती हैं।
सोराइसिस के लक्षण
- अगर आपकी स्किन छिल्केदार, लाल रंग की पपड़िया जमी हो जाती है।
- ड्राई, फटी हुई स्किन
- स्किन में खुजली और जलन होना।
- स्किन स्कल्प में खून की बूंदे दिखना।
- शरीर में लाल-लाल धब्बे और चकत्ते हो जाते हैं।
- घाव सूखे होते हैं; हथेलियों और तलवों पर अत्यधिक सूखापन फटी त्वचा और खून बहने का कारण बन सकते हैं।
- रोग के सक्रिय चरण के दौरान त्वचा को खुजाने या काटने से उन्हीं क्षेत्रों में नए घावों का जन्म हो सकता है जिसे केबनर फेनोमिना कहा जाता है।
- चिंता।
- अवसाद।
- क्रोध और चिड़चिड़ापन।
सोराइसिस रोग से ऐसे करें बचाव
- कम से कम पानी से संपर्क बनाएं।
- स्किन पर खरोंच न पड़ने दें।
- ढीले कपड़े पहने। जिससे कि हवा लगें और स्किन में कसाव न हो।
- अधिक से अधिक मॉश्चराइजर का यूज करें। सर्दियों के मौसम में इस बात का जरुर ध्यान रखें।
- कम से कम दवाओं का सेवन करें।
- ह्यूडीफायर का यूज करें। इससे आपके घर में मॉश्चराइजर ज्यादा रहेगा।
- एल्कोहॉल का सेवन न ही करें, तो आपके लिए बेहतर होगा।
- कोशिश करें कि कम से कम धूप के संपर्क में आएं।
- स्ट्रेस कम से कम लें। इसके लिए आप योग का सहारा ले सकते है।
- अगर आप शॉवर का यूज करते है, तो न ही करें।