(Pi Bureau)
रिलायंस के ‘फ्री’जिओ के ऐलान ने बाकी टेलीफोन कंपनियों के बीच खलबली मचा दी हैं। सूत्रों की माने तो वो भी इस चुनौती से निपटने के लिए अपनी-अपनी ‘स्ट्रेटेजिक प्लानिंग’ को ‘रिव्यु एंड रिवाइज्ड’ करने की कवायद में लग गई हैं।देश के सबसे बड़े हैंडसेट निर्माता माइक्रोमैक्स के को- फाउंडर विकास जैन ने कहा,”यह कोहराम है,इससे पूरा इकोसिस्टम हिल जाएगा।” इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक,अब हैंडसेट कंपनियों के निर्माताओं और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स साथ हाथ मिलाकर ही इस रिलायंस की इस चुनौती का सामना कर पाने की स्थिति में हो पायेंगे। अब एक बात साफ हो गई कि रिलायंस ने टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक बार फिर ‘प्राइस वॉर’शुरू कर दी है,(पहले सन 2002 में अनिल अंबानी की रिलायंस CDMA के लॉन्च के समय हुई थी,जिसके बाद मोबाइल की कॉल दरों में जबरदस्त कटौती हुई थी)और इसका फायदा स्मार्ट फ़ोन यूज़र्स को मिलने वाला है।और तो और स्मार्टफोन्स के ग्रोथ की स्पीड में जो में कमी पिछले साल भर से देखने को मिली है,उसमें भी अब तेज़ी आने की संभावना बढ़ गयी है।