(Pi Bureau)
पटना : बिहार के महागठबंधन में जारी तनातनी और गतिरोध के बीच राजद सुप्रीमो ने प्रेस कांफ्रेंस का दो टूक कहा कि तेजस्वी प्रसाद इस्तीफा नहीं देंगे. नीतीश ने इस्तीफा नहीं मांगा हैं. नीतीश महागठबंधन के नेता हैं. हमने गठबंधन बनाया, हमने नीतीश को मुख्यमंत्री बनाया. उनके साथ कोई मनमुटाव नहीं हैं. तेजस्वी को जहां सफाई देनी होगी, वहां दे देंगे लेकिन इस्तीफा नहीं दे देंगे. हमारी सरकार को पांच साल के लिए जनादेश मिला था, लिहाजा यह सरकार पांच साल के लिए बनी है.
उन्होंने राज्य में विपक्षी बीजेपी पर हमला बोलते हुये कहा कि नीतीश पर बीजेपी की लार टपक रही है. वह महागठबंधन में दरार डालकर सत्ता में वापस आने की राह देख रही है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश से बातचीत होती रहती है और सत्तारूढ़ महागठबंधन में कोई मतभेद नहीं है.
लालू प्रसाद का बयान ऐसे वक्त आया है जब बिहार की राजनीति में इन दिनों तेजस्वी यादव का मुद्दा सबसे अहम बन गया है और वर्तमान महागठबंधन की सरकार का भविष्य जैसे तेजस्वी यादव पर टिक गया है. राज्य में आज महागठबंधन के दो महत्वपूर्ण घटक दल जेडीयू और आरजेडी के विधायकों की बैठक है. दोनों ही पार्टी अभी तक अपनी डफली अपना राग अलाप रही है. जेडीयू के सूत्र कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारा कर दिया है कि तेजस्वी यादव को इस्तीफा देना होगा. वहीं आरजेडी की ओर से कहा गया है कि इस्तीफा नहीं होगा.
28 जुलाई को राज्य विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक जेडीयू की तरफ से उससे पहले तेजस्वी के इस्तीफे की मांग की गई है. वहीं विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि यदि तेजस्वी का इस्तीफा नहीं हुआ तो विधानसभा का सत्र नहीं चलने देंगे.