(Pi Bureau)
पाकिस्तान के रेलवे मंत्री शेख रशीद अहमद ने इस बार मौलाना फजलुर रहमान पर तल्ख टिप्पणी की है। इमरान सरकार में रेलवे की कमान संभाल रहे शेख रशीद ने कहा कि यदि इस बार मौलाना डीजल ने सरकार के खिलाफ किसी तरह का आंदोलन करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि वो धरना देने की कोशिश करेंगे तो उनको धर लिया जाएगा।
मौलाना को पाकिस्तान में मौलाना डीजल के नाम से भी जाना जाता है। सरकार के खिलाफ जो भी काम करने की कोशिश करेगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इन दिनों पाकिस्तानी मीडिया में मौलाना के फिर से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की जोरदार चर्चा है।
मालूम हो कि जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल के मुखिया मौलाना फजलुररहमान ने साल 2019 अक्टूबर में सरकार के खिलाफ धरना दिया था। उन्होंने आजादी मार्च निकाला था और इस्लामाबाद में धरना दिया था। इसके माध्यम से उन्होंने इमरान सरकार से इस्तीफे की मांग की थी।
उन्होंने आजादी मार्च और धरने के दौरान पाकिस्तान सरकार की नींव हिलाने की कोशिश की थी मगर बहुत अधिक कामयाब नहीं हो सके। मौलाना ने बताया था कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि इमरान सरकार हटा दी जाएगी और देश में नए सिरे से चुनाव होगा, जिसके बाद उन्होंने धरना खत्म कर दिया था। मौलाना ने हालांकि यह नहीं बताया कि यह आश्वासन उन्हें किसने दिया था।
अब मौलाना फजलुर रहमान ने एक बार फिर से इमरान सरकार के खिलाफ मुहिम चलाने की बात कही है। इस बार वो फिर से सरकार के खिलाफ मार्च निकालने की बात कह चुके हैं। इन दिनों पाकिस्तानी मीडिया ने इस तरह की खबरें भी काफी चल रही है। मौलाना की इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए शेख रशीद ने मौलाना को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि मौलाना चाहे कितने भी मार्च निकाल लें मगर इमरान सरकार के खिलाफ कुछ नहीं कर पाएंगे। सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
अब मौलाना ने एक बार फिर नए सिरे से इमरान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का ऐलान किया है। भ्रष्टाचार के मामलों में कैद काटने वाले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भी उन्होंने आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि नवाज इलाज कराने इंग्लैंड गए हैं लेकिन अदालत द्वारा दी गई तय सीमा के बाद भी नहीं लौटे हैं।
कहा कि सरकार नवाज को विदेश नहीं जाने देती मगर सरकारें अदालतों के सामने बेबस होती हैं। नवाज शरीफ वापस नहीं आने वाले, लेकिन उनकी बेटी मरियम नवाज विदेश नहीं जा पाएंगी। इमरान कैबिनेट ने तय किया है कि उन्हें किसी भी तरह से विदेश नहीं जाने दिया जाएगा। यदि दोनों बाहर चले गए तो कोई वापस नहीं आएगा।