(Pi Bureau)
लखनऊ : बिहार में मची राजनैतिक उथल पुथल के बाद अब उसका केंद्र उत्तर प्रदेश बनता जा रहा है . समाजवादी पार्टी के दो और बसपा के एक विधायक के इस्तीफे के बाद अब सपा के कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव के एनडीए में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इस संबंध में खुद शिवपाल सिंह यादव ने साफ किया कि उन्हें इस तरह का कोई आॅफर नहीं मिला है. ये गढ़ी गयी खबर है.
बताते चले कि रविवार को शिवपाल सिंह यादव ने मुलायम सिंह यादव से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की. वहीं मुलायम से जेडीयू सांसद शरद यादव की भी मुलाकात हुई. हालांकि मुलाकात के बाद शिवपाल सिंह यादव मीडिया से बचते ही नजर आए.
इस मुलाकात के चलते सियासी हलको में यह चर्चा जोरो पर है कि शिवपाल जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो सकते है . अभी तीन पहले ही जदयू एनडीए में शामिल हुआ है . सूत्रों के मुताबिक शिवपाल को जदयू का उत्तर प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है. अमित शाह के लखनऊ दौरे पर सपा के दो विधायक और बसपा का एक विधायक विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया है .
इन इस्तीफों के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि बीजेपी राजनीति की नैतिकता को ताक पर रख कर अलोकतांत्रिक आचरण कर रही है. बीजेपी बिहार, गुजरात, गोवा, मणिपुर और उत्तर प्रदेश में जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाकर दलबदल करा रही है.
यूपी में बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री अभी तक विधायक नहीं बन सके हैं. उन्हें चुनाव लड़कर विधायक निर्वाचित होना चाहिए न कि विधान परिषद के सदस्यों का इस्तीफा कराकर उनके स्थान पर सदस्य बनने की कोशिश. यह राजनीतिक भ्रष्टाचार है.