(Pi Bureau)
लखनऊ : स्वाइन फ्लू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों के लाख दावे कर रहा है लेकिन इम्तहान के वक्त विभाग के दावे फेल होते दिख रहे हैं.
सिर्फ राजधानी में अब तक कुल 61 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है. स्वाइन फ्लू को लेकर सूबे भर का आंकड़ा 200 के पार है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के सीएमओ और सीएमएस को हाई अलर्ट पर रखा है फिलहाल बीतते वक्त के साथ स्वाइन फ्लू का वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है.
राजधनी लखनऊ में स्वाइन फ्लू का पहला मरीज करीब 2 महीने पहले मिला था. विभाग ने फ्लू के बढ़ते प्रकोप के चलते सभी सरकारी अस्पतालों में बेड आरक्षित कर रखे हैं. सीएमओ डॉ जीएस बाजपेई कहते हैं कि स्वाइन फ्लू का सबसे ज्यादा प्रकोप पीजीआई और उससे सटे इलाकों में है.
उन्होंने अपने आदेश में कहा है कि चिकित्सक छुट्टी ना लें. स्वाइन फ्लू से ग्रस्त सभी मरीजों को सलाह दी गई है कि वो अपने घरों में आराम करें. स्वाइन फ्लू के राजधानी में अब तक 61 मरीज मिले हैं, जबकि 5 मरीजों की मौत भी हुई है. जिन 5 मरीजों की मौत हुई है, उनमें से 4 बाहरी जिलों से लखनऊ इलाज के लिए आये थे.
स्वाइन फ्लू से बचाव में लापरवाही बर्दाश्त नहीं : टंडन
उधर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन भी मुख्यमंत्री के साथ निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू से बचाव और इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला स्तर पर विशेष व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। मेडिकल विवि में भी पीजीआई की तरह विशेष वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि पीजीआई में लोड अधिक है जिसके कारण कई बार मरीजों को बेड नहीं मिल पाता है । इसके लिए सरकार गंभीर है। मुख्यमंत्री ने खुद बेड बढ़ाने पर सहमति जतायी है।