(Pi Bureau)
लद्दाख में चीन के साथ सटी भारतीय सीमा पर तनाव जारी है। दोनों पक्षों ने सीमा पर जवानों की तैनाती बढ़ा दी है। इसी बीच सीमा विवाद पर चीन की तरफ से बयान सामने आया है। चीन ने कहा है कि भारतीय सीमा पर हालात कुल मिलाकर स्थिर और नियंत्रण में हैं। साथ ही दोनों देशों के पास बातचीत और विचार-विमर्श करके मुद्दों को हल करने के लिए उचित तंत्र और संचार माध्यम हैं।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच चल रहे गतिरोध की पृष्ठभूमि में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ये टिप्पणियां कीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाउ लिजिआन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीमा से संबंधित मुद्दों पर चीन का रुख स्पष्ट और सुसंगत है।
उन्होंने कहा कि हम दोनों नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति और दोनों देशों के बीच हुए समझौते का सख्ती से पालन करते रहे हैं।
वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो अनौपचारिक बैठकों के बाद उनके उन निर्देशों का जिक्र कर रहे थे जिनमें उन्होंने दोनों देशों की सेनाओं को परस्पर विश्वास पैदा करने और कदम उठाने के लिए कहा था।
चीन ने बढ़ाई सैनिकों की तैनाती
बता दें कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बातचीत के जरिए तनाव को कम करने की कोशिशों के बावजूद पैंगोंग त्सो और गलवां घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तनाव कम होने के संकेत नजर नहीं आ रहे हैं। दोनों पक्ष विवाद को सुलझाने की कोशिश में जुटे हुए हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला है। दोनों ओर की सेनाएं पैंगोंग त्सो, गलवां घाटी और डेमचोक के विवादित क्षेत्रों में अपने बलों की संख्या बढ़ा रही है।
चीनी पक्ष ने विशेष रूप से गलवां घाटी में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है। पिछले दो हफ्तों में चीनी सेना यहां करीब 100 तंबू गाड़ चुकी है और बंकरों के निर्माण के लिए भारी उपकरण लाए हैं। भारतीय पक्ष ने पिछले सप्ताह दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडरों के बीच बैठकों के दौरान इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताई थी।