(Pi Bureau)
सग़ीर ए ख़ाकसार
भारत और चीन के बीच डोकलाम को लेकर चल रहे तनाज़े के बीच चीन के उप प्रधानमंत्री वांग यांग पाकिस्तान के 70 वें स्वाधीनता दिवस के मौके पर रविवार को बतौर विशिष्ठ अतिथि भाग लेने के बाद सोमवार की शाम नेपाल आ रहे हैं।वो पाकिस्तान के विशेष विमान से काठमाण्डू पहुंचेंगे।उनके साथ 21 सदस्यीय एक प्रतिनिधि मंडल भी है।जिसमें दो उप मंत्री,एक सहायक मंत्री,दो चिकित्सक और 1 सुरक्षा अधिकारी भी शामिल हैं।
चीन के उप प्रधानमंत्री का नेपाल दौरा एक ऐसे समय में हो रहा है ,जब भारत और चीन के बीच डोकलाम को लेकर गहरा तनाव है।वहीं 23 अगस्त से नेपाल के 40 वें प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा 5 दिवसीय यात्रा पर भारत आने वाले हैं।
करीब 6 वर्षों बाद कोई उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल नेपाल आ रहा है।बतादें कि जनवरी 2012 में तत्कालीन चीन के प्रधामंत्री बेन जिआ बाओल ने नेपाल का भ्रमण किया था।इसके बाद अक्टूबर 2016 में चीन के राष्ट्रपति का नेपाल भ्रमण प्रस्तावित था,लेकिन आवश्यक तैयारी न होने की वजह से स्थगित हो गया।कूटनीतिज्ञों की माने तो चीन की महत्वाकांक्षी योजना बेल्ट एंड रोड पर दोनों देशों की सहमति के बाद उसके प्रभावकारी कार्यान्वयन को लेकर दोनों देशों के बीच विमर्श होगा।इसके अलावा परिवहन सहित करीब 10 अन्य दूसरे समझौते पर भी बात चीत होगी।पिछले कुछ वर्षों में चीन ने नेपाल से अपने संबंधों को मजबूत बनाते हुए ब्यापार,पर्यटन,आवागमन ,सुरक्षा,और राजनीतिज्ञ मामलों में सहयोग को बढ़ाया है।
नेपाल के उप प्रधानमंत्री कृष्णा बहादुर महरा ने कहा कि हम चीन के साथ सम्बंध विस्तार करना चाहते हैं।
चीन के उप प्रधानमंत्री वांग यांग नेपाली राष्ट्रपति विधा भंडारी, प्रधामंत्री शेर बहादुर देउवा से शिष्टाचार भेट करेंगें ।माओवादी केंद्र के अध्यक्ष और पूर्व प्रधामंत्री पुष्पकमल दहाल,नेकपा एमाले अध्यक्ष के पी शर्मा ओली से भी भेंट करेंगे।इसके अलावा सरकार के वरिष्ठ उप प्रधामंत्री ,सरकार के वरिष्ठ उप प्रधामंत्री विजय कुमार गच्छदार से दो पक्षीय भेंट वार्ता भी करेंगे ।
नेपाल मामलों के जानकार वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह कहते हैं कि चीन की दिलचस्पी पिछले कुछ वर्षोँ में नेपाल में बढ़ी है।नेपाल में आये विनाशकारी भूकंप में चीन ने पुनर्निर्माण के क्षेत्र में भारी भरकम सहयोग राशि भी नेपाल को दी है।पुनर्निर्माण सहित ब्यापार,पर्यटन, आवागमन के क्षेत्र में भी चीन काम कर रहा है।श्री सिंह कहते है चीन के उप प्रधामंत्री का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब डोकलाम को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।श्री सिंह ने कहा कि चीन से नेपाल की बढ़ी दोस्ती भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है,हालांकि नेपाल ने इस मामले में तटस्थ रहने की बात कही है।