अलविदा योगेश गौर:: न जाने क्यों, होता है ये ज़िंदगी के साथ…,अचानक ये मन किसी के जाने के बाद…..!!!

(Pi Bureau )

न जाने क्यूँ, होता है ये ज़िंदगी के साथ
अचानक ये मन..
किसी के जाने के बाद, करे फिर उसकी याद
छोटी छोटी सी बात,  न जाने क्यूँ...

छोटी-छोटी ना जाने कितनी बातें मन के किसी कोने में होती है। छोटी-छोटी सी बातें जो कभी गुदगुदाती हैं, कभी आँखों नम कर जाती हैं। 
इन्हीं छोटी-छोटी बातों के बड़े गीतकार थे योगेश।

बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक गीत देने वाले गीतकार योगेश गौर ने 29 मई 2020को अपनी आंखें हमेशा के लिए बंद कर ली हैं। योगेश की गिनती उन गीतकारों में होती है जिन्होंने अपने समय में सबसे बेहतरीन फिल्मकार रहे ऋषिकेश मुखर्जी, बासु चटर्जी आदि के साथ खूब काम किया है। वहीं हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की फिल्म ‘आनंद’ के लिए भी योगेश ने ही गीत लिखे थे। योगेश ने भले ही हम सबको अलविद कह दिया हो लेकिन उनके गीत हमेशा हम सबके जेहन में रहेंगे।

लखनऊ में 19 मार्च 1943 को जन्मे गीतकार योगेश ने अपने दौर में कई बेहतरीन गीत हिंदी सिनेमा को दिए। योगेश के बेहतरीन गानों में आनंद फिल्म के गीत कहीं दूर जब दिन ढल जाए और जिंदगी कैसी है पहेली मुख्य रूप से शामिल हैं। इन दोनों गीतों को आज भी हर कोई गुनगुनाता है।

योगेश सिर्फ गीतों तक ही सीमित नहीं थे। उन्होंने फिल्मों के अलावा कई टीवी धारावाहिकों की कहानी भी लिखी। योगेश के सिनेमा का सफर फिल्म रॉबिन से शुरू हुआ था। इस फिल्म के लिए योगेश ने छह गीत लिखे थे।

वहीं योगेश के सुपरहिट गीतों की लिस्ट में…

‘कहीं दूर जब दिन ढल जाए’,

‘जिंदगी कैसी है पहेली’,

‘रिमझिम गिरे सावन’,

‘कई बार यूं ही देखा है’,

‘ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा’ शुमार हैं।

इसके साथ ही योगेश के सुपरहिट गानों की लिस्ट में, बेवफा सनम, जीना यहां, एक रात, मिली, आनंद, छोटी सी बात, मंजिल, आनंद महल, बातों-बातों में, रजनीगंधा, आजा मेरी जान, मंजिलें और भी हैं, प्रियतमा, मजाक, दिल्लगी, अपने पराए, किराएदार, हनीमून, चोर और चांद, लाखों की बात जैसी फिल्मों के गीत शामिल हैं। गौरतलब है कि योगेश की आखिरी बड़ी रिलीज फिल्म किशन कुमार स्टारर बेवफा सनम थी।

योगेश गौर के निधन की खबर सुनकर लता मंगेशकर काफी भावुक हो गईं। उन्होंने ट्वीट कर दुख जताया है। लता मंगेशकर लिखती हैं कि मुझे अभी पता चला कि दिल को छूने वाले गीत लिखने वाले कवि योगेश जी का आज स्वर्गवास हुआ। ये सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। योगेशी जी के लिखे कई गीत मैंने गाए। योगेश जी बहुत शांत और मधुर स्वभाव के इंसान थे। मैं उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पण करती हूं।

About Politics Insight