(Pi Bureau)
अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ड फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शनों की वजह से देश में हालात बिगड़ गए हैं। लगभग छह राज्यों और 13 बड़े शहरों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है। देशभर में नेशनल गार्ड के 67 हजार सैनिकों को तैनात किया गया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा है कि इतनी बड़ी संख्या में अमेरिका में कभी सैनिकों की तैनाती नहीं की गई थी।
फ्लॉयड की हत्या को लेकर देशभर में हो रहे प्रदर्शनों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि लगभग चार हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा 40 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है। अधिकारियों ने हिंसा और लूट की घटनाओं के बाद न्यूयॉर्क सिटी में कर्फ्यू लगा दिया और पुलिस की मौजूदगी को बढ़ा दिया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लॉयड की मौत के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए शहर और राज्यों द्वारा जरूरी कदम न उठाए जाने की स्थिति में सेना तैनात करने की धमकी दी है। व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में राष्ट्र के नाम दिए संबोधन में उन्होंने कहा कि वे दंगे, लूट, तोड़-फोड़, हमलों और संपत्ति की बेवजह बर्बादी को रोकने के लिए हजारों की संख्या में हथियारों से लैस सैनिकों, सैन्यकर्मियों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को भेजेंगे।
अरबों की संपत्ति का नुकसान
अमेरिका में एक हफ्ते से जारी प्रदर्शनों में अब तक अरबों डॉलर की संपत्ति बर्बाद हो गई है। प्रदर्शनकारियों ने फ्लॉयड की मौत पर गुस्सा जाहिर करते हुए व्यावसायिक केंद्रों और सार्वजनिक स्थानों को क्षतिग्रस्त किया और दुकानों और मॉल में लूटपाट की। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘आज मैंने प्रत्येक गवर्नर से सड़कों पर पर्याप्त संख्या में नेशनल गार्ड की तैनाती करने की सिफारिश की है। मेयरों और गवर्नरों को हिंसा खत्म होने तक कानून प्रवर्तन एजेंसियों या अधिकारियों की जबर्दस्त उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी।’