(Pi Bureau)
सरोज खान का 3 जुलाई यानी आज मुंबई के अस्पताल में निधन हुआ। कोरियोग्राफर लंबे समय से बीमार चल रही थीं। उनके निधन से आज पूरा बॉलीवुड सदमे में है। सरोज खान के यूं चले जाने से एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है जिसे भरना अब मुमकिन नहीं।
सरोज खान ने बॉलीवुड में चार दशक से लंबी पारी खेली है। उन्होंने कई बेहतरीन गानों को कोरियोग्राफ कर एक अलग पहचान बनाई। लेकिन सरोज खान के करियर के अलावा उनकी निजी जिंदगी में खूब सुर्खियों में रही है। उनके बयानों से लेकर उनकी निजी जिंदगी तक, सब कुछ खबरों में बना रहता था।
वैसे ये बात कम ही लोगों को पता है कि असल में सरोज खान हिंदू थी। जी हां सरोज खान ने बाद में इस्लाम कुबूल किया था। शादी से पहले सरोज खान एक हिंदू थीं।उनका असल नाम सरोज किशन चंद साधू सिंह नागपाल था। वो एक सिंधी पजांबी थीं।
सरोज खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि शादी के बाद उन्होंने इस्लाम को कुबूल किया था। उन्होंने अपने इस कदम के पीछे दो बड़ी वजह बताई थीं।
पहली वजह तो ये थी सरोज खान को इस्लाम धर्म में बच्चों की रुचि देख अच्छा लगता था। उन्होंने इंटरव्यू में कहा था- मैं जब छोटे बच्चों को इस्लाम का पालन करती देखती थीं, इबादत करती देखती थी तो अच्छा लगता था। सरोज खान के मुताबिक उन्हें हिंदू धर्म में ऐसा होता नहीं दिखता था। इसलिए उन्होंने इस्लाम कुबूला था।
वैसे सरोज खान का इस्लाम कुबूल करना एक सपने से भी जुड़ा हुआ है। वो बताती हैं कि उन्हें सपने में एक बच्ची मस्जिद के अंदर से पुकारती थी।
सपने में वो बच्ची सरोज खान को अपनी मां बताती थी और बार-बार उन्हें पुकारती थी। सरोज खान को वो सपना कई बार आता था। ऐसे में उन्होंने इस्लाम धर्म को कुबूल किया।
वैसे इंटरव्यू में सरोज खान ने कहा था कि उन्हें कभी भी इस्लाम कुबूल करने के लिए मजबूर नहीं किया गया। उन्होंने अपनी खुशी से धर्म परिवर्तन किया था और हिंदू धर्म को छोड़ इस्लाम कुबूला था। उन्होंने मुंबई के सबसे बड़े जामा मज्जिद में धर्म परिवर्तन किया था। उसके बाद से पूरी दुनिया उन्हें सरोज खान के नाम से जानने लगी।