नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा कि वे यूपी को दोनों रेल हादसों की जिम्मेदारी लेते हैं। प्रभु ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले और इस्तीफे की पेशकश की। पीएम ने उन्हें इंतजार करने को कहा है।
प्रभु ने कहा कि मैंने रेलवे के लिए खून-पसीना एक किया है। मुझे हादसों से गहरा दुख पहुंचा है। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी प्रभु का इस्तीफा मंजूर कर सकते हैं क्योंकि जिस तरह से लगातार हादसे हो रहे हैं उससे सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में मंगलवार रात करीब 2 बजकर 50 मिनट पर कैफियत एक्सप्रेस ट्रेन के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए जिसके कारण कम से कम 74 लोग घायल हो गए हैं। राज्य में पिछले चार दिनों में यह दूसरी बड़ी ट्रेन दुर्घटना है।इससे पहले 19 अगस्त को मुजफ्फरनगर में उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी और 156 यात्री घायल हो गए थे।
कैफियत एक्सप्रेस हादसे के बाद से विपक्ष लगातार रेल मंत्री पर जिम्मेदारी लेने और इस्तीफे की मांग कर रहा था। इससे पहले रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए.के. मित्तल ने भी इस्तीफा दे दिया। स्वाइन फ्लू से बीमार मित्तल छुट्टी पर होने के बावजूद मंगलवार को रेल भवन में अपने कार्यालय आए और आवश्यक फाइलों पर काम निपटा कर शाम को रेल मंत्री सुरेश प्रभु को इस्तीफा सौंप दिया? सूत्रों की मानें तो पी.एम.ओ. ने उन्हें 72 घंटे का समय दिया था।