(Pi Bureau) नई दिल्ली। मोदी सरकार जल्दी ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती हैं। चार दिन के अंदर मुजफ्फरनगर रेल हादसा और ओरैया रेल हादसे के बाद पीएम मोदी काफी गंभीर हो गए हैं। जहां एक तरफ रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अशोक मित्तल ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया वहीं शाम को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और हादसों की जिम्मेदारी ली। हालांकि मोदी ने उन्हें थोड़ा इंतजार करने को कहा है।
नितिन गडकरी को बड़ी जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक नितिन गडकरी को रेल मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जा सकता है। मोदी सरकार में ऐसे कई मंत्री हैं जिनके पास एक से ज्यादा मंत्रालय है। वहीं, इस फेरबदल को 2019 और आने वाले विधानसभा चुनावों से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। मोदी सुरेश का इस्तीफा स्वीकार कर उन्हें दूसरी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। वहीं दूसरी ओर अगर मोदी सुरेश का इस्तीफा मंजूर कर लेते हैं तो विरोधियों के मुंह भी बंद हो सकते हैं। नितिन गडकरी के अलावा मनोज सिन्हा का नाम भी आगे आ रहा है। फिलहाल सिन्हा इस वक्त रेल राज्य मंत्री हैं।
इसलिए गडकरी का पलड़ा भारी
नितिन गडकरी के पास सड़क एवं परिवहन मंत्रालय का जिम्मा है। वह अपना काम बखूबी से अंजाम भी दे रहे हैं। गड़करी के बेहतर काम को देखते हुए उन्हें रेल मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
मोदी का प्लान सुपर ट्रांसपोर्ट
रेल मंत्रालय की जगह पीएम मोदी सुपर ट्रांसपोर्ट मंत्रालयबना सकते हैं, इसमें भूतल परिवहन शामिल भी होगा।
इन मंत्रालयों पर भी नजर
मनोहर पार्रिकर के गोवा सीएम बनने के बाद रक्षा मंत्री का पद खाली है। चीन से बढ़ते विवाद को देखते हुए यह जिम्मा किसी वरिष्ठ नेता को दिया जा सकता है। इसके अलावा तमिलनाडु और बिहार में राज्यपाल का पद खाली है. भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं को राज्यपाल बनाया जा सकता है। दो मंत्रालयों को जोड़कर प्रधानमंत्री सुपर मिनिस्ट्री कंसेप्ट को भी ला सकते हैं। 12 मंत्रियों के विभाग में भी फेरबदल हो सकते हैं। अभी कई मंत्रियों के पास एक से ज्यादा विभाग हैं।