(Pi Bureau)
निजी क्षेत्र के HDFC बैंक ने कोरोनावायरस महामारी के दौर में ग्राहकों के लिए फुल वीडियो केवाईसी (Video KYC) सुविधा शुरू की है. इसके लिए जरिए ग्राहक घर बैठे सुरक्षित रूप से ऑनलाइन बैंक खाता, कॉरपारेट सैलरी अकाउंट या पर्सनल लोन के लिए जरूरी KYC (Know Your Customer) करा लेंगे. इन्हें बैंक ब्रांच जाने की जरूरत नहीं होगी और मिनटों में काम हो जाएगा. बैंक ने सफल पायलट प्रोजेक्ट के बाद इस सर्विस को पूरी तरह शुरू किया है.
रिजर्व बैंक (RBI) के दिशानिर्देशों के अनुरूप, वीडियो केवाईसी, ग्राहक की पूर्ण केवाईसी के समान है और इसके बाद ग्राहक सभी वित्तीय/केवाईसी प्रोडक्ट ले सकता है. यह सर्विस वर्किंग दिनों में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध रहेगी. वीडियो केवाईसी की प्रक्रिया ऑनलाइन, फास्ट और सेफ है. यह पेपरलेस व कॉन्टैक्टलेस है. इसमें बैंक के अधिकारी एवं ग्राहक के बीच की बातचीत रिकॉर्ड होती है.
HDFC बैंक में ग्रुप हेड (रिटेल ब्रांच बैंकिंग) अरविंद वोहरा का कहना है कि पहले फेज में हम सेविंग्स व कॉरपोरेट अकाउंट्स और पर्सनल लोन के लिए यह सर्विस शुरू कर रहे हैं. अन्य दूसरे बैंकिंग प्रोडक्ट्स के लिए भी यह सुविधा चरणबद्ध रूप में शुरू की जाएगी.
वोहरा का कहना है कि हमने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. हमारा मानना है कि ग्राहकों को हर नई तकनीक की सुविधा मिलनी चाहिए. वीडियो केवाईसी हमारे एजाईल पॉड यानी एक ऐसे समर्पित समूह की मेहनत का नतीजा है, जिन्होंने वन बैंक के विजन के तहत मिलकर काम किया और ग्राहकों को बेहतर और सेफ सर्विस उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाया.
वीडियो KYC: तैयार रहें
बैंक आवेदन में संपूर्ण आधार ओटीपी-आधारित e-KYC
आपके साथ PAN कार्ड की ओरिजनल कॉपी
वीडियो KYC करवाते वक्त भारत में मौजूद रहना जरूरी
अच्छी डेटा कनेक्टिविटी के साथ एक स्मार्टफोन होना
ग्राहक द्वारा बैंक की वेबसाईट/प्लेस्टोर पर इंस्टा अकाउंट ओपनिंग ऐप द्वारा अपना आधार ईकेवाईसी पूरा कर लेने के बाद, उसे बैंक के अधिकारी से जोड़ा जाता है, जो वीडियो केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करता है.
बैंक क्या करेगा?
ग्राहक की जानकारी की वेरिफाई करता है
ग्राहक का फोटो खींचता है
ग्राहक के पैनकार्ड की फोटो लेता है
खाता एक्टिव किए जाने से पहले वीडियो केवाईसी के ऑडियो-वीडियो बातचीत वेरिफाई किया जाता है.
वीडियो केवाईसी क्या है और कैसे काम करती है
केवाईसी का मतलब नो योर कस्टमर। ग्राहक की पहचान और उसके पते को सत्यापित करने के लिए बैंक केवाईसी करते हैं। वीडियो केवाईसी भी केवाईसी की ही तरह है। फर्क सिर्फ इतना है कि वीडियो केवाईसी के लिए ग्राहक को बैंक जाने की जरूरत नहीं होती। वीडियो केवाईसी प्रकिया पूरी करने के लिए ग्राहकों को बैंक द्वारा SMS या ईमेल के जरिए एक लिंक भेजा जाएगा। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद ग्राहक वीडियो केवाईसी वेबपेज पर पहुंच जाएगा।
यहां ग्राहक को अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। इस नंबर पर एक ओटीपी आएगा, जिसके जरिए वीडियो केवाईसी की प्रक्रिया शुरू होगी। ग्राहक को वीडियो केवाईसी एजेंट से कनेक्ट कर दिया जाएगा। यह एजेंट ग्राहक से पैन, पासपोर्ट साइज फोटो, सिग्नेचर, लोकशन आदि डिटेल्स लाइव वीडियो के जरिए हासिल करेगा। ये सभी वीडियो बैंकिंग प्रतिनिधि द्वारा प्रमाणित किए जाने के बाद ग्राहक की केवाईसी की औपचारिकताएं कुछ घंटों में पूरी हो जाएंगी। केवाईसी के लिए वीडियो कॉल संबंधित बैंक के डोमेन से किया जाना चाहिए। गूगल डुओ या वॉट्सएप जैसे थर्ड पार्टी सोर्स से यह मान्य नहीं होगा।