(Pi Bureau)
नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. ओली शर्मा के अयोध्या के नेपाल में होने का दावा करने के बाद अब चितवन जिले की नगरपालिका 40 एकड़ की जमीन पर अयोध्यापुरी धाम का निर्माण करने जा रही है. चितवन जिले की माडी नगरपालिका ने अयोध्यापुरीधाम बनाने के लिए 40 एकड़ जमीन आवंटित करने का फैसला किया है. नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली के दावे के मुताबिक, नेपाल के चितवन में ही भगवान राम का जन्म हुआ था.
नेपाल के पीएम केपी ओली ने भारत पर सांस्कृतिक विरासत पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि भारत की अयोध्या नकली है और असली अयोध्या नेपाल के चितवन जिले में है. ओली के बयान के बाद भारत और नेपाल में काफी विवाद हुआ. नेपाल और भारत के बीच पहले से ही सीमा विवाद को लेकर तनाव है, ऐसे में ओली के इस बयान की काफी आलोचना हुई.
माडी के मेयर धाकल ने कहा, हमने वर्तमान में अयोध्यापुरी पार्क की 40 एकड़ जमीन अयोध्यापुरी धाम के लिए आवंटित की है. भगवान राम की जन्मभूमि के नेपाल में होने का दावा करने के बाद ओली ने माडी नगरपालिका के साथ बैठक की थी और ज्यादा सबूत जुटाने के लिए पुरातात्विक खुदाई करने के निर्देश दिए थे. ओली ने माडी नगरपालिका को हर तरह से सहयोग देने की भी बात कही थी.
मेयर धाकल ने कहा, हमारे पास 50 बीघा अतिरिक्त जमीन है, अगर हमें कोई तकनीकी दिक्कत आती है तो हम इस जमीन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्यापुरी धाम के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है और जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी.
ओली के विवादित बयान की आलोचना उनकी ही पार्टी के भीतर हुई थी. भारत में अयोध्या के साधु-संतों समेत बीजेपी सरकार ने भी ओली के बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. इसके बाद, नेपाल के विदेश मंत्रालय को इसे लेकर स्पष्टीकरण भी जारी करना पड़ा था. इस बयान में कहा गया था कि ओली के बयान का मकसद किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने या अयोध्या की महत्ता को कम करने का नहीं था. ओली सिर्फ नेपाल की सांस्कतिक विरासत के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने की बात कर रहे थे.
प्रधानमंत्री ओली ने इस दशहरे में रामनवमी के अवसर पर भूमि पूजन करते हुए मंदिर निर्माण का काम शुरू करने और दो साल बाद की रामनवमी पर मूर्ति का अनावरण करने के हिसाब से काम को आगे बढ़ाने की बात कही है.