(Pi Bureau)
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए फ्रांस में दूसरे लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने के लिए ये कदम उठाया है। जिसके बाद से लोगों में हलचल मच गई। इसके बाद फ्रांस की राजधानी पेरिस में 700 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जान देखने को मिला। लोग अपना सामान लेकर अपने परिवार-दोस्तों के पास और जरूरी सामान खरीदने के लिए जा रहे थे। आस-पास के इलाकों को जोड़कर देखते हैं तो मालूम चलता है। ये जाम 700 किलोमीटर तक लंबा था।
लोग इस घोषणा के प्रभावी होने से पहले ही अपनी गाड़ियां उठाकर निकल पड़े। जिस कारण ये जाम लग गया। जाम लगने का दूसरा बड़ा कारण था इस वीकेंड पर पड़ने वाला सेंट्स डे हॉलीडे। इसलिए लोगों ने जाने में ज्यादा तेजी दिखाई। फ्रांस में चिंताएं बढ़ रही थी कि बढ़ता संक्रमण देश की स्वास्थ्य प्रणाली को प्रभावित करेगा। इसलिए अधिकारियों ने शुक्रवार से चार सप्ताह के लॉकडाउन का आदेश दिया। इस दौरान जो सबसे ज्यादा व्यस्त जगहें थीं, वो किराना स्टोर और बाजार थे क्योंकि लोगों ने भोजन और अन्य आवश्यकताओं का स्टॉक किया था।
फ्रांस के सभी 6,7 करोड़ लोगों को हर समय घर पर रहने का आदेश दिया गया है। इस दौरान कोई भी आने-जाने वाला किसी के घर नहीं जा सकता है। हां लेकिन घर के 1 किलोमीटर के भीतर एक दिन के व्यायाम के लिए एक घंटे के लिए बाहर जाने की अनुमति दी जा सकती है। इसके अलावा अस्पताल, काम की जगहों और जरूरी सामान खरीदने के लिए बाहर जाया जा सकता है। रेस्तरां और कैफ़े बंद कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने गुरुवार को कहा, “दोस्तों के घरों में जाना, दोस्तों के पास जाना और निर्धारित कारणों के अलावा किसी भी चीज के लिए घूमना” असंभव होगा।
कई लोगों के लिए मुश्किल की घड़ी
मैक्सिको से आई मशहूर ब्यूटी ब्रांड लोरियल में इंटर्न के तौर पर काम करने वाली 28 साल की लौरा बेइमबर्ग ने कहा, यह अच्छा नहीं है मैंने अपने देश को दूसरे देश में रहने का अनुभव लेने के लिए छोड़ा था और परिवार और दोस्तों से दूर चार दीवारों के बीच होने का यह अनुभव बहुत कठिन है।” फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने देश भर में संक्रमणों में तेजी से वृद्धि को रोकने के लिए एक अंतिम उपाय के रूप में लॉकडाउन को लागू किया, जहां नए दैनिक मामले वर्तमान में लगभग 50,000 हैं।
लेकिन फ्रांस अकेला नहीं है। इसके कई यूरोपीय पड़ोसी बढ़ते संक्रमण का सामना कर रहे हैं. कुछ देशों मे संक्रमण पहले से भी ज्यादा तेज गति से फैलता दिखा है। बेल्जियम में भी आने वाले संक्रमण मामलों की संख्या प्रति 100,000 लोगों पर 150 है। फ्रांस में ये संख्या 62 है। बेल्जियम सरकार शुक्रवार को बैठक करेगी जिसमें हालात पर विचार करके लॉकडाउन के बार में सोचा जा सके।
Incredible traffic jam in Paris as people try to leave the city before 9 pm curfew and before confinement begins at midnight. Traffic is barely moving in every direction as far as the eye can see. Lots of honking and frustrated drivers. pic.twitter.com/6Zn2HCxuPl
— Michael E. Webber (@MichaelEWebber) October 29, 2020