(Pi Bureau)
नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की ओर से संसद भंग किए जाने के बाद राजनीतिक हलचल तेज है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी टूट की ओर बढ़ चली है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड के नेतृत्व वाले खेमे ने ओली को सह अध्यक्ष पद से हटाते हुए माधव कुमार नेपाल को यह जिम्मेदारी दी है। प्रचंड गुट की सेंट्रल कमिटी की बैठक में यह फैसला किया है। प्रचंड और नेपाल अब पीएम केपी शर्मा ओली के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकते हैं। इस बीच, दोनों ही खेमों ने पार्टी की मान्यता और चुनाव चिन्ह को अपने पास रखने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
नेपाल के सेंट्रल कमिटी के सदस्य रेखा शर्मा ने कहा, ”पार्टी के खिलाफ जाने की वजह से ओली को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। अब दहल और नेपाल पार्टी बैठकों की अध्यक्षता करेंगे।” बैठक में मौजूद नेताओं के मुताबिक, बुधवार को निर्धारित संसदीय बैठक में दहल को संसदीय दल का नेता चुना जा सकता है।
पार्टी की सभी समितियों में बहुमत वाले दहल-नेपाल खेमे ने ओली के खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया है। हालांकि, इस बीच ओली ने कहा है कि वह किसी भी नेता के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेंगे। इससे पहले ओली गुट ने नारायण काजी श्रेष्ठा को पार्टी के प्रवक्ता पद से हटाते हुए प्रदीप ज्ञावली को नया प्रवक्ता घोषित किया गया था।
नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने टूट की ओर बढ़ रही सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) पर अपनी पकड़ को मजबूत करने के उद्देश्य से मंगलवार को पार्टी की आम सभा के आयोजन के लिए 1199 सदस्यीय नई समिति का गठन किया है।