(Pi Bureau)
20 जनवरी को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन का शपथ ग्रहण समारोह है। कुछ दिन पहले अमेरिकी संसद में हुए हमले को लेकर मेलानिया ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है। अपने विदाई भाषण में मेलानिया ट्रंप ने कहा कि हिंसा को कभी भी जायज नहीं ठहराया जा सकता।
अमेरिका की प्रथम महिला के तौर पर आखिरी बार बोलते हुए मेलानिया ट्रंप ने एक वीडियो संदेश में कहा कि हर बात के लिए उत्साहित होना जरूरी है लेकिन इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि हिंसा किसी बात का जवाब नहीं है और किसी भी स्तर पर सही नहीं ठहराया जा सकता है।
छह जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर धावा बोल दिया था। डोनाल्ड ट्रंप ने हजारों समर्थकों के बीच भाषण देकर बड़े पैमाने पर वोटर फ्रॉड के अपने दावे को दोहराया था और इस कथित वर्जित फर्जीवाड़े को रोकने के लिए समर्थकों को प्रोत्साहित भी किया था।
इस हिंसा में पांच लोगों की जान चली गई थी। इसमें एक पुलिस अधिकारी, एक वरिष्ठ नौसेना अधिकारी और ट्रंप समर्थक था, जिसे पुलिस ने गोली मारी थी। हालांकि मेलानिया ट्रंप ने हिंसा के एक हफ्ते के भीतर ही वह अपने पति के समर्थकों की ओर से की गई जानलेवा हिंसा से निराश और आहत हैं।
मेलानिया ट्रंप ने अपने पति और उनके समर्थकों को संसद परिसर में जाने के लिए उकसाने की भूमिका में उनकी भूमिका पर कोई टिप्पणी नहीं की थी। वहीं अपने विदाई भाषण में मेलानिया ट्रंप ने वैश्विक बीमारी कोरोना को लेकर भी सचेत रहने के लिए कहा।
मेलानिया ट्रंप ने कहा कि अब दुनिया कोरोना की वैक्सीन बन चुकी है, ऐसे में हमें कमजोर तबके को सुरक्षित करने के आगे बढ़कर आना चाहिए। मेलानिया ट्रंप ने कोविड-19 से मरने वाले लोगों के परिवार के प्रति शोक जताया और डॉक्टर्स, नर्स, स्वास्थ्य कर्मचारी, मैन्यूफैक्चरिंग कर्मचारी, ट्रक ड्राइवर समेत दूसरों लोगों का धन्यवाद किया।