नरेंद्र चंचल का निधन, 80 वर्ष के थे भजन सम्राट, मां की वजह से भक्ति संगीत में जगी थी रुचि !!!

(Pi Bureau)

मशहूर भजन गायक नरेंद्र चंचल का निधन हो गया है. नरेंद्र चंचल लंबे समय से बीमार चल रहे थे और आज दोपहर को उनका निधन हो गया है. नरेंद्र चंचल जागरण में माता की भेंटें गाते थे और वह बॉलीवुड में भी अपनी गायकी से फैन्स का दिल जीत चुके थे. 1980-90 के दशक में वह माता के जागरण की शान हुआ करते थे, और उनकी आवाज और गायकी भक्तों और लोगों को अपने में आत्मसात कर लेती थी. नरेंद्र चंचल जिस जागरण में वह चले जाते थे, वहां लोगों का हुजूम टूट पड़ता था.

उन्होंने कई प्रसिद्ध भजनों के साथ हिंदी फिल्मों में भी गाने गाए हैं। उन्होंने न सिर्फ शास्त्रीय संगीत में अपना नाम कमाया बल्कि लोक संगीत में भी लोगों की दिल जीता। 

नरेंद्र चंचल ने बचपन से ही अपनी मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते हुए सुना। इसी वजह से उनकी रुचि भी गायकी में बढ़ी। उनके शरारती स्वभाव और चंचलता की वजह से उनके शिक्षक उन्हें ‘चंचल’ कहकर बुलाते थे। बाद में नरेंद्र ने अपने नाम के साथ हमेशा के लिए चंचल जोड़ लिया।

उन्होंने राज कपूर की फिल्म बॉबी में ‘बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो’ गाना गाया। ये गाना आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। नरेंद्र को पहचान मिली फिल्म ‘आशा’, में गाए माता के भजन ‘चलो बुलावा आया है’ से जिसने रातों रात उन्हें मशहूर बना दिया। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में उनका बड़ा नाम था। 

सोशल मीडिया पर उनके फैंस उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनके निधन पर पंजाबी दलेर मेहंदी के साथ-साथ मुंबई फिल्म इंडस्ड्री से जुड़े कलाकारों ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। 

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