(Pi Bureau)
मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से मुक्ति दिलाए जाने के बयान के एक दिन बाद उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल ने बृहस्पतिवार को कहा कि महिलाओं को कोई भी वस्त्र पहनने की आजादी होनी चाहिए.
संसदीय राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला कहा कि बुर्का अमानवीय व्यवहार व कुप्रथा है। देश में तीन तलाक की तर्ज पर मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से भी मुक्ति दिलाई जानी चाहिये। कहा कि अनेक मुस्लिम देशों में बुर्के पर पाबंदी है। विकसित सोच वाले लोग नहीं तो बुर्का पहन रहे हैं और न ही इसे बढ़ावा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह सुधार की बात कह रहे हैं. मंत्री ने कहा कि किसी भी धर्म की महिला को यह स्वतंत्रता होनी चाहिए कि वह क्या पहने व क्या न पहने. उन्होंने कहा कि रूढ़िवाद व परंपरा के नाम पर उनपर कुछ भी थोपा नहीं जाना चाहिए और न ही दबाव बनाया जाना चाहिए.
मंत्री ने दोहराया कि अनेक मुस्लिम देशों में बुर्का पर पाबंदी लगाई गई है. शुक्ल ने कहा कि निश्चित रूप से मुस्लिम धर्म गुरुओं को इस बारे में विचार करना चाहिए और मुस्लिम महिलाओं को यह अधिकार मिलना चाहिए कि वह चाहे तो बुर्का पहने या न पहने. यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठायेगी?