(Pi Bureau)
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हमलों का दौर अब तक जारी है. 10 दिन बाद भी इजरायली सेना और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन एक-दूसरे पर रॉकेट दाग रहे हैं. दोनों पक्षों के बीच जारी तनाव में अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी खासा सक्रिय हो गया है. इन देशों में पाकिस्तान का नाम भी शामिल है. हाल ही में पाकिस्तानी सांसद मौलाना चित्राली ने सदन में इजरायल के खिलाफ जिहाद शुरू करने का सुझाव दिया है. साथ ही इस दौरान उन्होंने परमाणु हमले की भी बात कही है
चित्राली ने कहा, ‘हमने परमाणु बम क्या म्यूजियम में देखने के लिए बनाए हैं? अगर हम फिलिस्तीन और कश्मीर का स्वतंत्र नहीं करा सकते हैं तो हमें मिसाइल, परमाणु बम या विशाल सेना की कोई जरूरत नहीं है.’ फिलिस्तीन पर इजरायल के हमले को पाकिस्तान और तुर्की दोनों ही एक मौके के रूप में ले रहे हैं. कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान ने अब फिलिस्तीन कोरोना सहायता भेजने का भी ऐलान किया है. तुर्की और पाकिस्तान को उम्मीद है कि इसके जरिए वे दुनियाभर के मुस्लिमों की सहानुभूति हासिल कर सकेंगे. साथ ही खुद ही मुस्लिमों का नेता साबित कर सकेंगे.
बता दें कि इजरायल और फलस्तीनी उग्रवादी गुट हमास के बीच हमलों के दौरान इजरायल तथा उसके कब्जे वाले क्षेत्रों में फिलिस्तीनी लोग हड़ताल पर चले गये. उन्होंने इजरायल की नीतियों के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई के रूप में यह कदम उठाया है. इजरायल ने गाजा में चरमपंथियों पर कई हवाई हमले किये और छह मंजिला इमारत को गिरा दिया, वहीं चरमपंथियों ने इजराइल में बड़ी संख्या में रॉकेट दागे. दोनों के बीच संघर्ष को एक सप्ताह से अधिक हो गया है और जंग रुकने के कोई संकेत नहीं दिख रहे. यह तब है जब संयुक्त राष्ट्र इजरायल और फिलिस्तीन दोनों से ही शांति बनाए रखने की अपील कर युद्ध विराम के लिए लगातार कह रहा है.