(Pi Bureau)
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का आरोपी और भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी को सोमवार सुबह डोमिनिका की राजधानी रोसो के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, मेहुल चोकसी की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। पिछले हफ्ते मेहुल चोकसी एंटीगुआ से क्यूबा भागते वक्त रास्ते में ही डोमिनिका में पकड़ा गया। मेहुल चोकसी के पास एंटीगुआ की नागरिकता है।
बता दें कि भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी 23 मई की शाम को एंटीगुआ स्थित अपने घर से गायब हो गया था। उसके बाद उसके लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी। हालांकि, उसके पहचान के एक शख्स ने दावा किया था कि वो क्यूबा भाग गया है। मेहुल चोकसी एंटीगुआ का नागरिक है और वो पानी के रास्ते भागने की फिराक में था, लेकिन जैसे ही वो डोमिनिका पहुंचा, उसे अधिकारियों ने पकड़ लिया।
पीएनबी घोटाले का आरोपी चोकसी के वकीलों ने डोमिनिका की कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका डाली थी। वकीलों का आरोप था कि चोकसी को एंटीगुआ पुलिस ने किडनैप किया था। हालांकि, एंटीगुआ पुलिस ने इन आरोपों से साफ इनकार कर दिया।
एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने ने रविवार को डोमिनिका की कोर्ट से चोकसी को सीधे भारत भेजने का आग्रह किया था। उन्होंने यह भी आशंका जताई थी कि डोमिनिका में मेहुल गर्लफ्रेंड के चक्कर में पकड़ा गया है।
2018 से फरार है मेहुल
वर्ष 2018 में जनवरी की शुरुआत में पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13 हजार 500 करोड़ रुपये का घोटाला होने का खुलासा हुआ था। इस मामले में 30 जनवरी को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन उससे पहले ही इस घोटाले के दो मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी भारत छोड़कर भाग गए थे। तब से ही दोनों आरोपियों के प्रत्यर्पण की कोशिश की जा रही है। नीरव मोदी ब्रिटेन की जेल में है और वहां के गृह मंत्रालय ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। हालांकि, इसके खिलाफ नीरव मोदी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
बता दें कि मेहुल चोकसी के डोमिनिका में पकड़े जाने के बाद एंटीगुआ के प्रधानमंत्री ब्राउने कहा, ‘डोमिनिका अथॉरिटी उसे एंटीगुआ प्रत्यर्पित न करें। उसे सीधे भारत लौटाने की जरूरत है, जहां वह अपने खिलाफ लगे आपराधिक आरोपों का सामना कर सके।’ इसके बाद भारतीय जेट डोमेनिका मेहुल को लेने पहुंच गया।