(Pi Bureau)
भारत में कोरोना की पहली लहर ने इतना कहर नहीं मचाया, जितना दूसरी लहर ने मचाया। पूरा का पूरा हेल्थ सिस्टम हिल चुका था, अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत से लेकर बेड की कमी साफ नजर आई जिसकी वजह से काफी ज्यादा संख्या में संक्रमितों को अपनी जान तक गवानी पड़ी। वहीं, विशेषज्ञ भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी पहले ही दे चुके हैं। ऐसे में दूसरी लहर जैसी गलती न हो जाए, इसके लिए कई स्तर पर सरकारों से लेकर अस्पताल प्रशासन तक तैयारियां कर रहे हैं।
तो आइये जानते हैं हर माता पिता को अपने बच्चो के लिए क्या करना चाहिए:-
वैक्सीनेशन है जरूरी
कोरोना वायरस से अगर पूरी तैयारी के साथ लड़ना है, तो आपकी इस तैयारी में टीकाकरण एक अहम रोल निभा सकता है। हर किसी को अपनी बारी आने पर कोरोना की वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। खुद तो लगाएं, साथ ही अपने जानने वाले लोगों को और अपने आसपास के लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करें। कोरोना की वैक्सीन आपके शरीर में एंटीबॉडी बनाकर आपको तीसरी लहर से लड़ने में मदद कर सकती है। वहीं, मौजूदा समय में बच्चों के लिए भारत में टीकाकरण उपलब्ध नहीं है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही बच्चों की वैक्सीन भी देश में उपलब्ध होगी।
मास्क का करें इस्तेमाल
आपने चाहे वैक्सीन लगाई है या फिर नहीं। इस बात से मास्क पहनने को लेकर कोई फर्क नहीं पड़ता है, क्योंकि दोनों ही स्थिति में आपको मास्क पहनना है। एक ऐसा मास्क पहने जो आपके चेहरे को अच्छे से ढक सके, मास्क को बार-बार छूने से बचें और समय-समय पर मास्क को बदलते रहें आदि। खुद तो मास्क पहने ही साथ ही अपने बच्चों को भी जरूर मास्क पहनाकर रखें।
लोगों से बनाएं दूरी
कोरोना काल में जरूरी है कि हर किसी को सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए। किसी से मिलते समय, दुकानों पर, मॉल में, दफ्तर में, सार्वजनिक वाहन में या किसी अन्य स्थान पर आपको लोगों से उचित दूरी बनाकर रखनी चाहिए। कोई खांस रहा हो या छींक रहा हो तो उससे दूर रहें। साथ ही उसको कोविड टेस्ट कराने की सलाह जरूर दें।
बिन वजह घर से न निकलें बाहर
देखा जा रहा है कि लोग अपनी लॉकडाउन की बोरियत मिटाने के लिए पहाड़ों पर घूमने जा रहे हैं। ऐसे में तीसरी लहर का खतरा वहां काफी बढ़ गया है। पहाड़ों पर जिस तरह से पर्यटकों की भीड़ नजर आ रही है, ये किसी खतरे की आहट हो सकती है। इसलिए आपको ध्यान देना है कि बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर न जाएं, बच्चों और बुजुर्ग लोगों को तो खासतौर पर बाहर न जाने दें आदि।
सैनिटाइजर है जरूरी
कोरोना हमारे हाथों के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करके हमारे फेफड़ों पर अटैक कर सकता है। इसलिए जरूरी है कि समय-समय पर हाथों को साबुन से या सैनिटाइजर से साफ करते रहें, घर पर लाने वाले सामान को सैनिटाइज करें, बच्चों को हाथ धोना सिखाएं और अगर आप कहीं बाहर से आ रहे हैं तो ऐसे में नहाना बेहतर विकल्प है।
बच्चों का रखें खास ध्यान
जैसा कि विशेषज्ञ आशंका जता चुके हैं कि कोरोना की तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर छोटे मासूम बच्चों पर हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो स्थिति काफी भयावह हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों का ध्यान रखें, उन्हें घर के बाहर न जाने दें, घर पर ही रखें, मास्क पहनाकर रखें, हाथों को साफ करवाते रहें आदि।